Dehradun : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को रुड़की के नेहरू स्टेडियम में ‘विकसित भारत-विकसित उत्तराखंड’ मेगा प्रदर्शनी का भव्य शुभारंभ किया। इस प्रदर्शनी में भारत और उत्तराखंड की विकास यात्रा की झलक प्रस्तुत की गई है, जहां डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और विज्ञान की प्रगति को शानदार तरीके से दर्शाया गया है।
विज्ञान, नवाचार और आत्मनिर्भरता की झलक!
मुख्यमंत्री ने इस मेगा प्रदर्शनी को नए भारत की प्रेरणादायक तस्वीर बताया। इसमें DRDO, ISRO, THDC और भारतीय मानक ब्यूरो सहित कई केंद्रीय एजेंसियों ने अपने स्टॉल लगाए हैं, जहां देश की वैज्ञानिक और तकनीकी उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है।
साथ ही, उत्तराखंड सरकार के विभिन्न विभागों ने अपने स्टॉल्स के जरिए जनकल्याणकारी योजनाओं और इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी। राज्य के स्वयं सहायता समूहों द्वारा भी स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन और बिक्री की जा रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ता कदम!
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह प्रदर्शनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को दर्शाती है। उन्होंने बताया कि भारत शिक्षा, चिकित्सा, कृषि, विज्ञान, उत्पादन और तकनीकी विकास में दुनिया के अग्रणी देशों को पीछे छोड़ रहा है।
भारत की अर्थव्यवस्था अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है। साथ ही, योग की वैश्विक पहचान, अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण और प्रयागराज कुंभ जैसे आयोजन भारत को वैश्विक सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित कर रहे हैं।
‘डबल इंजन’ सरकार से विकास को नई गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही है।
शिक्षा और कनेक्टिविटी: उत्तराखंड में 20 मॉडल डिग्री कॉलेज बनाए जा रहे हैं, जबकि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना अपने अंतिम चरण में है।
हेली सेवाओं में अग्रणी: उत्तराखंड भारत का पहला राज्य बन गया है, जहां हेली एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है।
राष्ट्रीय खेलों का सफल आयोजन: हाल ही में उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य आयोजन हुआ, जिससे राज्य को ‘खेल भूमि’ के रूप में नई पहचान मिली।
रोजगार और स्वरोजगार को नई दिशा
उत्तराखंड सरकार ने औद्योगिक नीति, लॉजिस्टिक नीति, स्टार्टअप नीति और एमएसएमई नीति लागू कर निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा किए हैं।
होम स्टे योजना, लखपति दीदी योजना और मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना से हजारों युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल रहा है।
‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के जरिए उत्तराखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान मिल रही है।
राज्य में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए 200 करोड़ रुपये का वेंचर फंड तैयार किया जा रहा है।
ऐतिहासिक फैसलों से ‘सशक्त उत्तराखंड’ की ओर कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने कई ऐतिहासिक फैसले लेकर प्रदेश के हितों की रक्षा की है।
समान नागरिक संहिता लागू कर देश में मिसाल पेश की।
देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया।
धर्मांतरण, लैंड जिहाद और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की।
भूमाफियाओं के खिलाफ ‘भू-कानून’ लागू कर ठोस कदम उठाए।
सांस्कृतिक विरासत और पर्यटन को नया जीवन
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य जारी है। मानसखंड के पौराणिक मंदिरों के संरक्षण के लिए भी करोड़ों की परियोजनाएं चलाई जा रही हैं।
इस वर्ष से ‘शीतकालीन चारधाम यात्रा’ शुरू की गई है और जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस यात्रा का हिस्सा बनने उत्तराखंड आएंगे।
‘विकसित उत्तराखंड’ की ओर बढ़ते कदम!
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि जनभागीदारी से उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प जरूर पूरा होगा। नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य इंडेक्स में उत्तराखंड को देश में पहला स्थान मिला है और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में राज्य ने अचीवर्स कैटेगरी में जगह बनाई है।
इस अवसर पर सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, कल्पना सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, विधायक प्रदीप बत्रा और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन पत्र पढ़कर स्वागत किया।