TMP : जिस दिन का इंतज़ार हर भारतीय को था, वह 6 मई की आधी रात साकार हुआ। पहलगाम हमले का करारा जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में घुसकर 25 मिनट तक ऐसा कहर बरपाया, जिसे पड़ोसी देश कभी नहीं भुला पाएगा। राफेल और सुखोई जेट से दागी गईं मिसाइलें आतंकियों के 9 ठिकानों पर ऐसी बरसीं कि रात के सन्नाटे में पाकिस्तान दहल उठा।
तबाही का वो 25 मिनट
घड़ी की सुइयां जैसे ही रात 1:05 बजे पहुंचीं, भारतीय राफेल और सुखोई विमानों ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर एक-एक कर 9 आतंकी अड्डों को निशाना बनाया। मुद्रिके, कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में आतंकी नेटवर्क की कमर तोड़ दी गई। वीडियो सामने आए हैं, जिनमें आसमान से मिसाइलें गिरती दिख रही हैं — मानो खुद न्याय की आग आसमान से बरस रही हो।
पहलगाम की पीड़ा, ऑपरेशन सिंदूर का आगाज़
यह कार्रवाई पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बदले में की गई है, जिसमें एक नवविवाहिता के सामने उसके पति की हत्या कर दी गई थी और आतंकियों ने चिल्लाकर कहा था — “मोदी को जाकर बता देना।” उसी संदेश का जवाब था ऑपरेशन सिंदूर, जिसमें देश ने नारी के सिंदूर की रक्षा के लिए दुश्मन की धरती तक जाकर जवाब दिया।
ऑपरेशन सिंदूर: मोदी की संकल्पशक्ति, सेना का पराक्रम
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन का नाम स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तय किया था। उनका संदेश साफ था — “अगर भारत पर हाथ उठाओगे तो मिट्टी में मिला दिए जाओगे।” इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ खुलासा
ऑपरेशन के बाद सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी साझा की, जिसमें महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि कैसे इस मिशन को अंजाम दिया गया।
भारत अब बदले की नहीं, न्याय की लड़ाई लड़ रहा है — और ये न्याय सिर्फ सीमा पर नहीं, दुश्मन की जमीन पर जाकर दिया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, भारत की अस्मिता की रक्षा का संकल्प है।