ऑपरेशन सिंदूर में दिखा महिला शक्ति का पराक्रम: विंग कमांडर व्योमिका सिंह बनीं भारत की ‘एयर वॉरियर आइकन’

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नई दिल्ली : जब भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का करारा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को मटियामेट किया, तब केवल मिसाइलें ही नहीं, भारत की बेटियों का साहस भी गूंज उठा। एयरस्ट्राइक के बाद सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दो महिला अधिकारियों — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — ने जिस आत्मविश्वास से मिशन की जानकारी दी, वह भारत की बदलती सैन्य तस्वीर को दर्शाता है।

कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह?

भारतीय वायुसेना की यह नायिका हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिनके पास 2500 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव है। चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर के कठिन इलाकों में उड़ाने वाली व्योमिका का सपना बचपन से ही आसमान को छूने का था। NCC कैडेट से एयरफोर्स ऑफिसर बनने तक की उनकी यात्रा प्रेरणा से भरपूर है।

मिशन के मैदान में भी और माउंट मणिरंग की ऊंचाइयों पर भी

व्योमिका ने न सिर्फ 2020 में अरुणाचल प्रदेश के कठिन मिशन में लोगों की जान बचाई, बल्कि 2021 में तीनों सेनाओं की महिला पर्वतारोहण टीम के साथ माउंट मणिरंग भी फतह किया। वे भारत की उन चुनिंदा महिला सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं, जो संकट की घड़ी में नेतृत्व करने की क्षमता रखती हैं।

🇮🇳 ऑपरेशन सिंदूर: सेना का पराक्रम, महिला शक्ति का नेतृत्व

ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में व्योमिका सिंह ने जिस सटीकता और ठहराव के साथ मीडिया को जानकारी दी, उसने साबित किया कि भारतीय सेनाओं की ताकत केवल हथियारों में नहीं, नेतृत्व में भी है — और उस नेतृत्व में महिलाएं अब अग्रिम पंक्ति में हैं।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह सिर्फ एक पायलट नहीं हैं, वह नई पीढ़ी की नारी शक्ति का चेहरा हैं, जो देश की हिफाजत के हर मिशन में बराबरी से खड़ी हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उनका आत्मविश्वास और समर्पण भारत की सेना को और मजबूत करता है।

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