उत्तराखंड के राष्ट्रीय खेलों में ‘ग्रीन गेम्स’ की धूम, ई-वेस्ट से बने मेडल और मोनाल शुभंकर बना आकर्षण का केंद्र!

 

 

 

 

TMP: उत्तराखंड में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ-साथ ‘ग्रीन गेम्स’ थीम ने देशभर का ध्यान अपनी ओर खींचा है। पर्यावरण-संरक्षण और सतत विकास की दिशा में किए गए अभिनव प्रयासों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सराहना कर चुके हैं। महिला स्वास्थ्य, लोक संस्कृति, पर्यटन और रोमांच से जुड़े संदेश इन खेलों को एक नई पहचान दे रहे हैं।

ग्रीन गेम्स थीम: हर जगह हरा-भरा संदेश!

उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों में पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए कई बड़े कदम उठाए हैं। यहां तक कि शुभंकर के रूप में भी हिमालयी राज्य पक्षी ‘मोनाल’ को चुना गया है, जो राज्य की समृद्ध जैव विविधता का प्रतीक है।

ई-वेस्ट से बने मेडल: विजेता खिलाड़ियों को दिए जाने वाले पदक ई-वेस्ट से तैयार किए गए हैं, जिससे ‘वेस्ट टू बेस्ट’ का संदेश दिया गया।
खेल वन की स्थापना: मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर उत्तराखंड में 2.77 हेक्टेयर में ‘खेल वन’ विकसित किया जा रहा है, जहां 1600 रुद्राक्ष के पौधे लगाए जाएंगे।
वेस्ट मटेरियल से बने निमंत्रण पत्र: पर्यावरण बचाने की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय खेलों के आमंत्रण पत्र वेस्ट मटेरियल से तैयार किए गए हैं।
ई-रिक्शा और साइकिल का इस्तेमाल: खेल स्थलों पर एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ई-रिक्शा और साइकिल की सुविधा दी गई, जिससे प्रदूषण न हो और लोगों में फिटनेस को लेकर जागरूकता बढ़े
सौर ऊर्जा और रीयूजेबल पानी की बोतलें: खेल स्थलों पर बिजली की बचत के लिए सोलर पैनल का उपयोग किया गया और प्लास्टिक कचरा रोकने के लिए रीयूजेबल वाटर बॉटल्स की व्यवस्था की गई।

स्पोर्ट्स वेस्ट से बना शानदार आर्टवर्क

खेल आयोजनों के दौरान बेकार हुई खेल सामग्रियों को कला में बदला गया
आयोजन स्थल पर स्पोर्ट्स वेस्ट से बनी ‘भागता हुआ खिलाड़ी’ और ‘मोनाल’ की आकृतियां आकर्षण का केंद्र बनीं।
ई-वेस्ट से तैयार किए गए ‘टाइगर’ की मूर्ति दर्शकों को खासा लुभा रही है।

साइकिल से ‘डबल फायदा’ – फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण

राष्ट्रीय खेलों के दौरान साइकिल का उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन समारोह में फिटनेस पर जोर देने का आह्वान किया था, जिसे उत्तराखंड ने साइकिलिंग के जरिए हकीकत में बदलने की पहल की

महिला खिलाड़ियों को खास ‘वेलकम किट’ – हेल्थ और हाइजीन पर जोर

महिला खिलाड़ियों को विशेष वेलकम किट दी गई, जिसमें सैनिटरी पैड और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल थीं।
यह पहल महिला स्वास्थ्य और माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की गई।

योग और मलखंब को मेडल टैली में शामिल कराने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड!

योग और मलखंब जैसी पारंपरिक खेल विधाओं को राष्ट्रीय खेलों में शामिल करवाने की पैरवी उत्तराखंड ने की।
इससे पहले गोवा में हुए राष्ट्रीय खेलों में यह शामिल नहीं थे, लेकिन उत्तराखंड की कोशिशों से अब ये खेलों का हिस्सा बन चुके हैं

लोक संस्कृति और पर्यटन को भी मिली नई पहचान

राष्ट्रीय खेलों को सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि टिहरी और अल्मोड़ा जैसे पहाड़ी इलाकों तक भी पहुंचाया गया
 उत्तराखंडी खानपान को प्रमोट करते हुए खिलाड़ियों और मेहमानों को झंगोरा, गहत की दाल, मंडवे की रोटी जैसे पौष्टिक स्थानीय व्यंजन परोसे गए।
पोस्टर, बैनर और आयोजनों में पारंपरिक पहाड़ी कला ‘एपण’ की झलक देखने को मिली।

सीएम धामी ने कहा – उत्तराखंड की पहल पूरे देश के लिए मिसाल!

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,

“उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों में कई ऐसी अनूठी पहल की हैं, जिनका संदेश पूरे देश तक पहुंच रहा है। विशेष रूप से ‘ग्रीन गेम्स’ थीम को सफलतापूर्वक लागू करना हमारे लिए गर्व की बात है। यह देखकर खुशी होती है कि देशभर से आए खिलाड़ी और मेहमान इन प्रयासों को सराह रहे हैं।”

उत्तराखंड की यह पहल ‘राष्ट्रीय खेलों’ को सिर्फ प्रतिस्पर्धा तक सीमित नहीं रखती, बल्कि यह एक ‘पर्यावरणीय और सांस्कृतिक आंदोलन’ भी बन गई है, जो आने वाले वर्षों में देशभर में प्रेरणा का स्रोत बनेगी!

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