TMP : भारत द्वारा 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पीओके में आतंक के अड्डों पर सर्जिकल स्ट्राइक के तहत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया गया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल के आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। ऑपरेशन की सफलता और इसके प्रभाव के बीच सोशल मीडिया पर एक अफवाह तेजी से फैलने लगी – एक कथित UGC नोटिस, जिसमें दावा किया गया कि युद्ध जैसे हालातों के चलते सभी यूनिवर्सिटी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।
UGC का सख्त खंडन:
यूजीसी (University Grants Commission) ने इस वायरल नोटिस को पूरी तरह फर्जी करार दिया है। अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से बयान जारी करते हुए यूजीसी ने स्पष्ट किया, “ऐसा कोई निर्देश हमारी ओर से जारी नहीं हुआ है। यह फर्जी नोटिस छात्रों में भ्रम फैलाने के मकसद से वायरल किया गया है।”
छात्रों से की अपील:
यूजीसी ने छात्रों, अभिभावकों और संस्थानों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.ac.in या यूजीसी के आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों पर साझा की गई जानकारियों पर ही भरोसा करें। यूजीसी ने यह भी चेतावनी दी है कि इस तरह की झूठी सूचनाएं फैलाना एक दंडनीय अपराध है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
फर्जी खबरों से रहें सावधान:
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि संकट की घड़ी में अफवाहें कितनी तेजी से फैल सकती हैं। छात्रों के लिए यह जरूरी है कि वे हर सूचना की पुष्टि करें और पैनिक में कोई कदम न उठाएं। UGC के समय पर स्पष्टीकरण से लाखों छात्रों को राहत मिली है।
ऑपरेशन सिंदूर जैसे गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों के बीच सोशल मीडिया पर फर्जी सूचनाओं का फैलना चिंताजनक है। जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम सबका कर्तव्य है कि अफवाहों पर यकीन न करें और केवल सत्यापित स्रोतों से जानकारी लें।