केदारनाथ धाम में दिन-ब-दिन बढ़ती भीड़ के चलते एक माँ ने अपने दोनों जुड़वा बच्चे खो दिये। पुलिस की मुस्तेदी से 4 घंटे बाद माँ से मिल पाए दोनों बच्चे। बच्चों को देखकर फूटफूट कर रोई माँ। उत्तराखंड पुलिस का किया धन्यवाद।
केदारनाथ में बाबा केदार के दर्शन के लिए महाराष्ट्र से अपने परिजनों के साथ पहुँची, अंजली नामक महिला जब बाबा केदार के दर्शन के लिए अपने दो जुड़वा बच्चो प्रिंस और प्रियांश के साथ जा रही थी। तभी अचानक बहुत ज्यादा भीड़ होने के कारण बच्चो का हाथ माँ से छूट गया। जिससे बच्चे माँ से बिछुड़ गए। जिसके बाद मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
पुलिसकर्मियों की पड़ी बच्चो पर नजर
इसी बीच घोड़ापड़ाव पर ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों ने दो बच्चो को देखा। जो किसी को खोज रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने उन दोनों बच्चो को अपनी कस्टडी में ले लिया। पुलिस कर्मियों द्वारा घटना की सूचना अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्निल कुमार को दी गयी। पुलिस पूछताछ में बच्चों ने इतना ही बताया कि वो महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। लेकिन परिवार से बिछड़ने के बाद बच्चे बहुत डर गए थे। उन्हें अपने घरवालों के फ़ोन नम्बर भी याद नही थे।
बच्चों के परिजनों को ढूढ़ने के, अपर पुलिस अधीक्षक ने दिए निर्देश
सूचना की जानकारी मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा तुरंत पुलिस टीम को निर्देश दिए गए कि बच्चो के माता पिता को जल्द से जल्द ढूंढा जाए। पुलिस टीम द्वारा यात्रा मार्गो की सभी चेक पोस्टो पर फोन करके बच्चो के सम्बंध में जानकारी ली गयी। मगर उनके माता पिता की कोई जानकारी नही मिली।
4 घंटे की मशक्कत के बाद मिली पुलिस टीम को मिली सफलता
जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने दोबारा निर्देश देते हुए उप निरीक्षक दयाल सिंह और उप निरीक्षक अनिल मोहन मंमगाई व दो कॉस्टेबल की दो टीम बनायी। और बच्चों के माता पिता को पैदल मार्ग में भ्रमण करने का आदेश दिया। दोनों टीमें यात्रा के हर पड़ाव में जाकर बच्चों के माता पिता के बारे में पूछताछ करने लगी। 4 घंटे की भारी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस टीम बच्चो के परिजनों को खोजने में कामयाब रही। जिसके बाद पुलिस द्वारा बच्चो को उनके परिजनों के सुपुर्त किया गया।
बच्चो को देखकर नहीं रुके मां के आंसू
बच्चों को देखते ही मां ने अपने दोनों बच्चो को अपने सीने से लगा दिया। और जोर-जोर से रोने लगी। इस दौरान परिजनों ने पुलिस टीम से कहा कि हजारों मिठाईयां चखी है जमाने की, लेकिन खुशी के आंसुओ से मिटा कुछ नहीं। परिजनों ने पुलिस टीम का धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके कारण ही हम अपने बच्चों से दोबारा मिल पाए।