रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड की शांत वादियों को आज सुबह एक दर्दनाक हादसे ने झकझोर कर रख दिया। केदारनाथ से लौट रहा आर्यन एविएशन कंपनी का हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट समेत सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जिनमें एक 10 वर्षीय बच्ची भी शामिल थी।
हादसा सुबह 5:30 बजे के करीब
जैसे ही हेलिकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए रवाना हुआ, घाटी में अचानक मौसम बिगड़ गया। पायलट ने हेली को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन गौरी माई खर्क के जंगलों में हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया।
ग्रामीणों ने दी पहली सूचना
गौरीकुंड क्षेत्र में घास काट रही नेपाली मूल की महिलाओं ने सबसे पहले दुर्घटना की सूचना दी।
इसके बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस बल मौके की ओर रवाना हुए। रेस्क्यू कार्य तेजी से जारी है।
मृतकों की सूची:
-
राजवीर – पायलट
-
विक्रम रावत – बीकेटीसी, रासी ऊखीमठ
-
विनोद
-
तृष्टि सिंह
-
राजकुमार
-
श्रद्धा
-
राशि – 10 वर्षीय बालिका
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार और हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने हादसे की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि,
“घटना की जानकारी मिलते ही खोजबीन शुरू की गई। प्राथमिक जांच में मौसम खराब होने को दुर्घटना का कारण बताया गया है।”
लगातार हो रही हैं घटनाएं
इस यात्रा सीजन में केदारघाटी में यह तीसरी बड़ी हेलिकॉप्टर दुर्घटना है। इससे पहले दो बार आपात लैंडिंग कराई गई थी। बदरीनाथ और गंगोत्री में भी हेली हादसों की खबरें आ चुकी हैं, जिससे हवाई सेवा की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा फिर सवालों के घेरे में है।
एक ओर श्रद्धालु मोक्ष की कामना लिए पहुंचते हैं, दूसरी ओर बार-बार की घटनाएं सरकार और हेली कंपनियों की तैयारियों पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर रही हैं।