पीटीआई: मणिपुर में उपद्रवी अपने ट्रकों को रंग कर असम राइफल्स के वाहनों की तरह बना रहे हैं। असम राइफल्स ने मणिपुर पुलिस को पत्र लिखकर चिंता जताई है। कहा है कि असम राइफल्स के वाहनों की तरह दिखने के लिए काकचिंग जिले में कई ट्रकों को अर्धसैनिक बल के प्रतीक चिन्ह के साथ रंगा गया है।
अधिकारी ने रविवार को कहा, चूड़चंदपुर के पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में अर्धसैनिक बल ने दावा किया कि घाटी के विद्रोही समूहों की मदद से कुछ लोगों ने बाजारों से कई ट्रक हासिल किए। उन्हें रंग कर असम राइफल्स द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों की तरह बना दिया। वाहनों का रूपांतरण असम राइफल्स की छवि को खराब करने या राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए इसका उपयोग करने के विद्रोही समूहों के नापाक इरादे को दर्शाता है। असम राइफल्स ने चूड़चंदपुर पुलिस से काकचिंग जिले के एसपी और उच्च अधिकारियों को इनपुट प्रसारित करने के लिए भी कहा ताकि एहतियाती कार्रवाई की जा सके।
भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने पर चर्चा के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने रविवार को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस समय मुक्त आवाजाही व्यवस्था के तहत भारत-म्यांमार सीमा के पास रहने वाले दोनों देशों के निवासी बिना दस्तावेज एक-दूसरे के क्षेत्र में 16 किमी अंदर तक आवागमन कर सकते हैं। बीरेन सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, भारत-म्यांमार सीमा पर 70 किलोमीटर क्षेत्र में बाड़ लगाने का काम शुरू करने पर चर्चा की। पड़ोसी देश से मादक पदार्थों की तस्करी में वृद्धि को देखते हुए सीमाओं की सुरक्षा जरूरी है। मणिपुर म्यांमार के साथ 398 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिसमें से केवल छह किलोमीटर के आसपास ही बाड़ लगी है।
दुकानें लूटने के आरोप में तीन लोग गिरफ्तार
असम में कछार जिले में दुकानों और पेट्रोल पंप को लूटने के आरोप में मणिपुर के तीन लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है। कछार के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुब्रत सेन ने बताया, जांच में पता चला है कि आरोपित कांगपोकपी जिले के निवासी हैं। उनके पास से दो हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
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