अहमदाबाद : एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के दर्दनाक हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को मलबे से और शव मिलने के बाद यह संख्या 265 से बढ़कर 274 हो गई है। इसमें 241 यात्री और क्रू मेंबर के अलावा 33 आम नागरिक भी शामिल हैं, जो हादसे के वक्त ज़मीन पर मौजूद थे। इन मृतकों में डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, छात्र और स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
इस भयावह हादसे के बाद अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने बड़ा कदम उठाया है। 15 जून से भारत से उड़ान भरने वाली सभी एयर इंडिया बोइंग फ्लाइट्स को विशेष जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। जब तक किसी विमान को पूर्णतः सुरक्षित घोषित नहीं किया जाता, तब तक उसे उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ब्लैक बॉक्स और 29 शवों के अवशेष बरामद
हादसे के अगले दिन फ्लाइट के मलबे से ब्लैक बॉक्स और 29 और शवों के अवशेष बरामद किए गए हैं। ब्लैक बॉक्स से हादसे की असली वजहों का पता चलने की उम्मीद है।
इन बिंदुओं पर होगी विशेष तकनीकी जांच
DGCA द्वारा निर्धारित जांच प्रक्रिया के तहत, हर बोइंग विमान के निम्नलिखित हिस्सों की बारीकी से जांच की जाएगी:
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इंजन और हाइड्रोलिक सिस्टम
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फ्यूल सप्लाई सिस्टम और इलोक्ट्रोनिक फ्यूल मॉड्यूल
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केबिन एयर कंप्रेसर और कॉकपिट एयर सप्लाई
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कंट्रोल सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक मॉड्यूल्स
सभी जांचों की रिपोर्ट DGCA को अनिवार्य रूप से सौंपनी होगी। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।
सरकार और एविएशन अथॉरिटीज़ पर बढ़ रहा दबाव
जनता और विपक्ष लगातार एयरलाइंस की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। हादसे के बाद सरकार पर विमानन सुरक्षा की निगरानी को और सख्त करने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
अहमदाबाद हादसा महज़ एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि देश की एविएशन सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक चेतावनी है। अब निगाहें DGCA की इस विशेष जांच प्रक्रिया और ब्लैक बॉक्स की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।