राजस्व उपनिरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) की लिखित परीक्षा-2022 को निष्पक्षता एवं सुचारू रूप से सम्पन कराये जाने के लिए डीएम टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार द्वारा जिले के सभी 34 परीक्षा केंद्रों पर धारा 144 लागू करने के आदेश जारी कर दिये हैं, जो परीक्षा की समाप्ति तक प्रभावी रहेगा।
क्या होती है धारा 144
सीआरपीसी की धारा 144 शांति कायम करने या किसी आपात स्थिति से बचने के लिए लगाई जाती है। धारा 144 का मुख्य मकसद कई लोगों को एक जगह पर इकट्ठा होने से रोकना है शासन यह धारा तब लागू करती है। जब लोगों की इकट्टा होने से कोई खतरा हो सकता है। जिलाधिकारी द्वारा धारा 144 लागू करने के लिए एक नोटिफिकेशन जारी जारी किया जाता है। इसके अलावा जहां धारा 144 लगती है, उस इलाके में 5 या उससे ज्यादा लोग एक साथ जमा नहीं हो सकते हैं। साथ ही किसी तरह के सुरक्षा, स्वास्थ्य संबंधी खतरे या दंगे की आशंका होने पर भी धारा 144 लगायी जा सकती है।
34 केन्द्रों में होगी “पटवारी/लेखपाल की लिखित परीक्षा”
रविवार 12 फरवरी, 2023 को प्रदेश भर में पटवारी/लेखपाल की लिखित परीक्षा-2022 आयोजित की जाएगी। टिहरी जनपद में परीक्षा के लिए 34 परीक्षा केन्द्र बनाये गए हैं। जिनमें 7 हजार 965 अभ्यर्थी रविवार को परीक्षा में शामिल होंगे। परीक्षा को निष्पक्ष, सफल और सुचारू रूप से सम्पन कराने के लिए टिहरी डीएम ने धारा 144 लागू करने के आदेश दे दिये हैं। ताकि परीक्षा स्थलों पर शांति व्यवस्था बनी रहे।
एसडीएम टिहरी को नोडल अधिकारी
पटवारी/लेखपाल की लिखित परीक्षा सम्पादनार्थ एसडीएम टिहरी को नोडल अधिकारी, एसडीएम नरेंद्रनगर को अपने परगना क्षेत्रान्तर्गत जोनल मजिस्ट्रेट तथा 34 सेक्टर मजिस्ट्रेट नामित किये गए हैं। गोपनीय परीक्षा सामग्री को कोषागार से प्राप्त करने से लेकर परीक्षा केंद्रों में हस्तगत कराये जाने तथा परीक्षा समाप्ति पर पोस्ट ऑफिस में जमा करने तक की प्रक्रिया के संबंध मे सभी संबंधित अधिकारियों, सेक्टर मजिस्ट्रेट को आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा चूकें हैं।
जिलाधिकारी द्वारा परीक्षा के गोपनीय पैकेट्स को मुख्य पोस्ट ऑफिस नई टिहरी एवं डाकघर नरेन्द्रनगर से “उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग” हरिद्वार, को भेजे जाने हेतु अधीक्षक डाकघर टिहरी प्रखंड नई टिहरी को आदेश दिये गए हैं कि ये कार्य मुख्य पोस्ट ऑफिस नई टिहरी एवं डाकघर नरेन्द्रनगर के संबंधित स्टाफ (चार डिस्पेज काउन्टर) की उपस्थिति में खोलने को कहा गया है।
इसके साथ ही कंट्रोल रूम बनाने, तीन सदस्यीय उडनदस्ता टीम बनाने तथा सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं प्रधानाचार्य/केन्द्र व्यवथापकों द्वारा सम्पादित की जाने वाली कार्यवाही से संबंधितों को अवगत कराए जाने हेतु पूर्व में ही बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा समाप्ति के पश्चात गोपनीय पैकेट्स को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग, हरिद्वार को भेजा जाना है।