TMP : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर के नव निर्माण और सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी अपने बचपन की यादों में खो गए, क्योंकि उन्होंने इसी स्कूल में कक्षा 5 तक शिक्षा ग्रहण की थी।
बचपन के स्कूल में लौटे योगी, कहा— ‘अपार खुशी का अनुभव हो रहा’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कूल का अवलोकन किया और बच्चों से संवाद किया। उन्होंने कहा,
“अपने पुराने स्कूल लौटकर जो अनुभूति हो रही है, वह अविस्मरणीय है। यहां के गुरुजनों ने सीमित संसाधनों में भी अनुशासन और समर्पण से शिक्षा दी, जिससे हम जीवन में आगे बढ़ सके।”
इस अवसर पर आईजीएल (इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड) की वार्षिक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। दोनों मुख्यमंत्रियों ने अन्य स्कूलों—राजकीय जूनियर हाई स्कूल कांडी और राजकीय प्राथमिक विद्यालय विथ्याणी—का भी लोकार्पण किया और बच्चों से मुलाकात की।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार की सराहना की
मुख्यमंत्री योगी ने उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री धामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा,
“आज उत्तराखंड में शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य हो रहे हैं। स्मार्ट क्लासरूम, अत्याधुनिक लैब, वॉशरूम और वर्चुअल क्लास जैसी सुविधाएं बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने में मदद कर रही हैं।”
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा की बेहतरी के लिए सरकार और समाज की साझा भागीदारी जरूरी है। पहले सीमित संसाधनों के बावजूद शिक्षक पूरी निष्ठा से बच्चों को पढ़ाते थे, लेकिन अब टेक्नोलॉजी और बेहतर सुविधाएं शिक्षा प्रणाली को और सशक्त बना रही हैं।
योगी के शिक्षक ने सुनाए बचपन के किस्से
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पूर्व शिक्षक राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि वे बचपन से ही पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में अव्वल थे। उन्होंने कहा,
“योगी आदित्यनाथ हमेशा अनुशासनप्रिय और मेहनती छात्र रहे हैं। उनका परिश्रम और संकल्प ही उनकी सफलता की कुंजी है।”
धामी ने गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक बढ़ाने का आग्रह किया
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने योगी आदित्यनाथ से प्रयागराज से मेरठ तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार तक विस्तारित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा,
“उत्तराखंड सरकार बिना किसी विकल्प के संकल्प के मंत्र पर कार्य कर रही है। हम शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।”
योगी ने शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की वकालत की
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज को भी इसमें योगदान देना होगा। उन्होंने पुरानी शिक्षा पद्धति को याद करते हुए कहा,
“पहले शिक्षक के हाथ में छड़ी होती थी, लेकिन माता-पिता को कभी शिकायत नहीं होती थी, क्योंकि वे जानते थे कि यह बच्चों के भविष्य के लिए जरूरी है। आज शिक्षकों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है कि वे इन आधुनिक संसाधनों का उपयोग करके बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा दें।”
उच्चस्तरीय उपस्थिति, विकास का नया संकल्प
इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, विधायक रेनू बिष्ट, आईजीएल प्रवर निदेशक उमाशंकर भारतिया, जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्रियों की यह संयुक्त यात्रा उत्तराखंड के शिक्षा और बुनियादी ढांचे में हो रहे सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बन गई, जिससे भविष्य में और अधिक विकास कार्यों की उम्मीद की जा रही है।