– फैशन की नई उड़ान: बांस बनेगा महिलाओं की खूबसूरती का हिस्सा
TMP : देहरादून में महिलाओं को सिखाई जा रही बांस से ज्वेलरी बनाने की अनोखी कला। अब पहाड़ों के बांस (रिंगाल) से बनेंगे ग्लोबल ट्रेंड सेट करने वाले आभूषण। गोल्ड-डायमंड को पीछे छोड़, दुनिया भर में बांस की ज्वेलरी की बढ़ रही डिमांड।
सिर्फ ₹300 में लाखों का मुनाफा
बांस के एक डंडे से बने प्रोडक्ट्स से 80% तक का प्रॉफिट। देहरादून, काशीपुर और हल्द्वानी में चल रही महिलाओं और पुरुषों की ट्रेनिंग। त्रिपुरा से आए मास्टर ट्रेनर बना रहे हैं उत्तराखंड के युवाओं को हुनरमंद।
रिंगाल से गढ़ेंगे ग्लोबल मार्केट
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में उगने वाले रिंगाल से बने आभूषणों की ग्लोबल डिमांड – अमेरिका, चीन और ओमान तक बांस की ज्वेलरी का जलवा। देश के बड़े शहरों मुंबई, दिल्ली और कोलकाता में पहले ही मच चुकी है धूम।
महिलाओं का आत्मनिर्भरता की ओर कदम
देहरादून के ट्रेनिंग सेंटर में जुटीं सैकड़ों महिलाएं, सीख रहीं बांस से ज्वेलरी बनाना। “हम पहाड़ की खूबसूरती को ज्वेलरी में पिरोकर दुनिया के सामने पेश करेंगे,” कहती हैं टिहरी की आरती।
बांस की खेती का भी प्लान तैयार
बैंबू बोर्ड और जायका ने रॉ मटेरियल की कमी को दूर करने के लिए बांस की खेती पर फोकस किया। डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए आभूषणों को ग्लोबल मार्केट में लॉन्च करने की तैयारी।
अब आभूषणों की दुनिया में बांस की नई कहानी लिखी जा रही है। यह सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि पहाड़ की परंपरा और कारीगरी का गढ़ बन रहा है। क्या आपने अपने लिए बांस की ज्वेलरी खरीदी?