खटीमा: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को चकरपुर, खटीमा स्थित श्री वनखंडी महादेव शिव मंदिर में अपनी धर्मपत्नी के साथ जलाभिषेक और पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने 12 दिवसीय महाशिवरात्रि मेले का भी विधिवत शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ की कृपा सभी पर बनी रहे। उन्होंने बताया कि वे वर्षों से इस मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर आते रहे हैं और यह स्थान आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है।
वनखंडी महादेव मंदिर बनेगा प्रमुख तीर्थस्थल
सीएम धामी ने घोषणा की कि श्री वनखंडी महादेव मंदिर को एक प्रमुख आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसी क्रम में माँ पूर्णागिरि मंदिर में शीघ्र ही रोपवे परियोजना शुरू होगी और टनकपुर में शारदा रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा, जिसमें खटीमा और आसपास के क्षेत्रों को भी शामिल किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि हनोल क्षेत्र के विकास के लिए 120 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है और टनकपुर बस अड्डे को 200 करोड़ रुपये की लागत से आईएसबीटी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में धार्मिक स्थलों का कायाकल्प
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में भीषण आपदा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पुनर्निर्माण कार्य और वहां रात्रि प्रवास करने के बाद अब हर साल 20 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
इसके अलावा, पीएम मोदी की आदि कैलाश और जोलीकोंग यात्रा से मानसखंड को नई पहचान मिली है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कुमाऊं क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रमुख मंदिरों को मानसखंड योजना के तहत जोड़ा जा रहा है, जिससे स्थानीय कारोबारियों को सालभर रोजगार मिलेगा।
मंदिर समिति ने जताया आभार, सौंदर्यीकरण के लिए 1 करोड़ की स्वीकृति
कार्यक्रम में मंदिर समिति ने मुख्यमंत्री द्वारा मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए पूर्व में 1 करोड़ रुपये की स्वीकृति देने पर आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री का स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया।