अब उत्तराखंड में मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ न देने पर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। ये बात हम नहीं बल्कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कही है| उन्होंने कहा कि कई अस्पताल सूचीबद्ध होने के बावजूद भी मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने में आपत्ति जताते हुए उन्हें गलत जानकारी देकर भ्रमित कर रहे हैं। ऐसे अस्पतालों के खिलाफ अब सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि डेंगू मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ न देने को लेकर लगातार निजी अस्पतालों पर आरोप लगाए जा रहे थे। सोशल मीडिया पर भी इस तरह के कई सवाल उठाए जा रहे थे। मीडिया के आरोपों का संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोई भी सूचीबद्ध अस्पताल मरीजों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने से इंकार नहीं कर सकता। इसके बावजूद सूचनाएं आ रही हैं कि आयुष्मान कार्ड का लाभ देने में आनाकानी की जा रही है। मरीजों को गलत जानकारियां देकर परेशान किया जा रहा है। जिस पर उन्होंने कहा कि अब भविष्य में इस तरह की किसी भी शिकायत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अस्पतालों को इलाज सुनिश्चित कराना होगा। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ पूरी तरह मरीजों को मिले, इस पर सभी को फोकस करना होगा। साथ ही अस्पताल भी खुद इस तरह की किसी भी लापरवाही से बचें। किसी भी तरह शिकायत मिलने पर लोग टोल फ्री नंबर 155368 पर खुद भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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आयुष्मान भारत योजना क्या है?
जन आरोग्य योजना या आयुष्मान भारत योजना देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शुरू की गई विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इस योजना को 25 सितंबर 2018 को पूर्ण रूप से पूरे देश में लागू कर दिया गया है। और सभी पात्र नागरिकों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अंतर्गत पात्र नागरिक अपना ₹500000 तक का इलाज फ्री में करवा सकते हैं।
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