हर्षिल/उत्तरकाशी : उत्तराखंड के हर्षिल और मुखवा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित यात्रा को शीतकालीन पर्यटन के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। इस ऐतिहासिक दौरे की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए प्रशासन युद्धस्तर पर जुटा हुआ है। पर्यटन, संस्कृति और विकास कार्यों के भव्य प्रदर्शन के साथ इस दौरे को यादगार बनाने की योजना बनाई जा रही है।
तैयारियों का जायजा, सुरक्षा से लेकर सांस्कृतिक झलकियों पर जोर
मुख्यमंत्री के सचिव एवं गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, सचिव प्रोटोकॉल विनोद कुमार सुमन, आईजी गढ़वाल मंडल राजीव स्वरूप सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हर्षिल से मुखवा तक चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं को फाइनल टच दिया।
गंगा मंदिर मुखवा में पीएम मोदी का पूजन-दर्शन
हर्षिल में स्थानीय उत्पादों और शिल्प कला की प्रदर्शनी
दूरदर्शन के माध्यम से लाइव प्रसारण की व्यवस्था
सुरक्षा, यातायात और पार्किंग प्रबंधन की समीक्षा
20 दिन में बदली तस्वीर! हेलीपैड-सड़क से पार्किंग तक बड़े बदलाव
प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए प्रशासन ने महज 20 दिनों में कई अहम परियोजनाओं को पूरा किया—
बगोरी हेलीपैड को सड़क से जोड़ा गया, सेना को मिलेगा फायदा
मुखवा में 120 वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग तैयार
गंगा मंदिर तक नया पैदल मार्ग और सुधारी गई सीढ़ियां
स्मार्ट टॉयलेट्स, हाईमास्ट सोलर लाइट और बिजली आपूर्ति में सुधार
5 किमी एचडीपीई पाइपलाइन बिछाकर पेयजल आपूर्ति दुरुस्त की गई
साहसिक पर्यटन को बढ़ावा: नेलांग-जादुंग में होगी बाइक और ट्रैकिंग रैली
प्रधानमंत्री के दौरे को साहसिक पर्यटन के नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। नेलांग, जादुंग, सोनम और पीडीए घाटी में बाइक और ट्रैकिंग अभियानों को हरी झंडी देने की तैयारी है—
हर्षिल से जादुंग तक मोटरबाइक रैली (यूटीडीबी के तत्वावधान में)
पीडीए घाटी में ATV-RTV रैली (भारतीय सेना द्वारा)
नीलापानी से मुलिंग ला बेस तक ट्रैकिंग अभियान (आईटीबीपी द्वारा)
जादुंग से जनकताल तक ट्रैकिंग अभियान (NIM द्वारा)
प्रधानमंत्री की इस ऐतिहासिक यात्रा से उत्तराखंड को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिलने की उम्मीद है। हर्षिल-मुखवा में संस्कृति, साहसिक खेलों और आध्यात्मिक पर्यटन का संगम देखने को मिलेगा।