देहरादून : सरोवर नगरी नैनीताल की नैनी झील में रविवार से दो दिवसीय पांचवीं राज्य ओलंपिक प्रतियोगिता का शानदार आगाज हुआ। ओलंपिक एसोसिएशन के पूर्व महासचिव राजीव मेहता, विधायक सरिता आर्य और कयाकिंग-कैनोइंग एसोसिएशन के निदेशक डॉ. सुमन कुलश्रेष्ठ ने मिलकर कयाकिंग, कैनोइंग, रोइंग और याचिंग प्रतियोगिताओं का फ्लैग ऑफ किया। इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के नौ जिलों—नैनीताल, हरिद्वार, टिहरी, देहरादून, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, ऊधमसिंह नगर आदि से आए 100 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
कड़ी प्रतिस्पर्धा, रोमांचक नतीजे:
पहले दिन कयाकिंग और कैनोइंग स्पर्धाओं में शानदार प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। पुरुषों के K-1 वर्ग में टिहरी के प्रभात कुमार ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि नैनीताल के जितेंद्र सिंह दूसरे और हरिद्वार के विशाल गोस्वामी तीसरे स्थान पर रहे। K-2 वर्ग में भी प्रभात और उनके साथी रोपित ने पहला स्थान जीता। नैनीताल के हनुमंत सुनील और राम भरोसे डांगी दूसरे तथा हरिद्वार के अनु कुमार और आर्य कुमार तीसरे स्थान पर रहे।
महिलाओं ने दिखाया दमखम:
महिला वर्ग में भी प्रतियोगिताएं अत्यधिक रोमांचक रहीं। K-1 में टिहरी की सोनिया देवी ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि नैनीताल की स्वामी दूसरे और ऊधमसिंह नगर की फातिमा तीसरे स्थान पर रहीं। K-2 वर्ग में टिहरी की सोनिया और असले एमके ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि नैनीताल की रोजी और स्वाती साहू दूसरे स्थान पर रहीं।
रोइंग के मुकाबलों में नई ऊंचाइयां:
रोइंग स्पर्धाओं में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में कड़ा मुकाबला हुआ। सिंगल स्कल पुरुष वर्ग में हरिद्वार के संदीप ने पहला स्थान हासिल किया, चमोली के अजय कुमार दूसरे और टिहरी के मोहित कुमार तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, महिला वर्ग में टिहरी की अनीता पहले, चमोली की संजना दूसरे और देहरादून की सोनिया तीसरे स्थान पर रहीं।
पुरुष पेयर वर्ग में हरिद्वार के इशू और संदीप ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि टिहरी के सुनील और रोहित दूसरे और देहरादून के सागर और मोहित तीसरे स्थान पर रहे। महिला पेयर वर्ग में कर्णप्रयाग की ज्योति कुमारी और ज्योति ठाकुर पहले, टिहरी की अस्मिता और अंजलि दूसरे और चमोली की रोहिणी और अनुपम तीसरे स्थान पर रहीं।
उत्तराखंड के युवा खिलाड़ियों का जोश:
इस राज्य ओलंपिक प्रतियोगिता ने उत्तराखंड के युवाओं में एक नया जोश भर दिया है। नैनीताल की नैनी झील में यह आयोजन बेहद खास है, जहां प्रकृति की सुंदरता के बीच खिलाड़ियों का हुनर और जज्बा देखने लायक था। प्रतियोगिता का अंतिम दिन और भी अधिक रोमांचक होने की उम्मीद है, जहां याचिंग जैसी हाई-प्रोफाइल स्पर्धाएं होंगी।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए तैयार करना है, बल्कि राज्य के भीतर खेलों के प्रति जागरूकता और उत्साह को भी बढ़ावा देना है।