आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सेना पर जताया पूरा विश्वास -रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

पीटीआई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि युद्ध की तैयारी एक सतत प्रक्रिया होनी चाहिए। सेना के शीर्ष कमांडरों को संबोधित करते हुए सिंह ने पूर्वी लद्दाख की स्थितियों का जिक्र किया। इसके साथ ही किसी भी आकस्मिक स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सेना पर पूरा विश्वास जताया।

रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन की सराहना की

सिंह ने कहा कि विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए दोनों पक्षों के बीच वार्ता सभी स्तरों पर जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन (BRO) के प्रयासों की सराहना की। कहा कि कठिन परिस्थितियों में काम करते हुए पश्चिमी और उत्तरी दोनों सीमाओं पर सड़क नेटवर्क में अतुलनीय सुधार किया गया है। उन्होंने सेना के शीर्ष अधिकारियों का आह्वान किया कि अप्रत्याशित स्थितियों के अनुरूप योजना तैयार करें, रणनीति बनाएं और इससे निपटने की तैयारी करें।

उन्होंने कहा कि कठिन वैश्विक परिस्थितियां वैश्विक स्तर पर सभी को प्रभावित करती हैं। गैर परंपरागत युद्ध, भविष्य के पारंपरिक युद्धों का हिस्सा होगा। दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे संघर्षों में यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हो रहा है। दिल्ली में सोमवार से शुरू हुए पांच दिवसीय सैन्य कमांडर सम्मेलन में चीन के साथ लगी सीमाओं समेत अन्य मोर्चों पर संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर विचार करते हुए सेना की समग्र क्षमताओं को मजबूत करने पर बातचीत हो रही है।

राष्ट्र को अपनी सेना पर गर्व

रक्षा मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भरता के माध्यम से हर जवान के लिए शस्त्रों का आधुनिकीकरण सरकार का मुख्य उद्देश्य है। सिंह ने कहा कि राष्ट्र को अपनी सेना पर गर्व है। सरकार सेना में सुधार और क्षमता के आधुनिकीकरण की राह पर आगे बढ़ने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खतरे से निपटने में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, पुलिस बलों और सेना के बीच उत्कृष्ट तालमेल की सराहना की।

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