TMP: भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक अहम मोड़ आया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि दोनों देशों ने आपसी सहमति से सीजफायर (युद्धविराम) पर सहमति जताई है। इसका सीधा मतलब है कि अब सीमा पर दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे पर गोलीबारी या किसी भी तरह का हमला नहीं करेंगी।
यह समझौता दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच बातचीत के बाद संभव हुआ है। हाल के वर्षों में सीमा पर लगातार हो रही झड़पों और आम नागरिकों के हताहत होने की खबरों के बीच यह कदम बेहद सकारात्मक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है।
क्या है ‘सीजफायर’?
सीजफायर यानी युद्धविराम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दो विरोधी पक्ष यह निर्णय लेते हैं कि वे अब किसी तरह की सैन्य कार्रवाई नहीं करेंगे। यह शांति वार्ता का पहला कदम होता है, जिससे भविष्य में स्थायी समाधान की उम्मीद की जा सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम केवल सीमा पर शांति बहाल करने में ही मददगार नहीं होगा, बल्कि द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
नजरें अब आगे के कदमों पर
इस घोषणा के बाद दोनों देशों की जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि यह समझौता जमीनी स्तर पर कितना असरदार साबित होता है। अगर यह प्रयास सफल रहा, तो उपमहाद्वीप में शांति और स्थिरता की दिशा में यह एक ऐतिहासिक पहल मानी जाएगी।