TMP: पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना गैरजिम्मेदाराना चेहरा दुनिया के सामने उजागर कर दिया है। रविवार को पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने भारत के खिलाफ परमाणु हमले की खुली धमकी देकर न केवल क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाला है, बल्कि खुद पाकिस्तान को भी अंतरराष्ट्रीय कठघरे में खड़ा कर दिया है।
‘शाहीन और गोरी मिसाइलें सजाने के लिए नहीं बनाई’
अब्बासी ने विवादास्पद बयान में कहा, “हमने शाहीन, गोरी और गजनवी मिसाइलें सजावट के लिए नहीं बनाई हैं। हमारे पास 130 परमाणु हथियार हैं और इनका रूख सिर्फ भारत की तरफ है। अगर भारत ने हमारा पानी रोका, तो जंग के लिए तैयार रहे।”
बौखलाहट में दी गई धमकी: भारतीय सूत्र
भारतीय सरकारी सूत्रों ने इस बयान को पाकिस्तान की गहरी बौखलाहट का संकेत बताया है। भारत ने फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह बयान पाकिस्तान के गैर-जिम्मेदार रवैये का एक और उदाहरण है, जिसे विश्व बिरादरी भी नोट कर रही है।
पहलगाम हमले के बाद भड़की तल्खी
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि रद्द करने का निर्णय लिया, जिसे लेकर पाकिस्तान और भी बौखला गया है।
खुद के लिए बना खतरा
विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान द्वारा परमाणु हथियारों की धमकी देना न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी चिंता का विषय है। पहले भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर सवाल उठते रहे हैं। आतंकवादी समूहों के हाथों में हथियारों के जाने का खतरा अब और बड़ा दिख रहा है।
क्या कहते हैं रक्षा विशेषज्ञ
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का ऐसा बयान न सिर्फ भारत के लिए, बल्कि स्वयं पाकिस्तान के लिए भी खतरनाक है। परमाणु हथियारों को लेकर ऐसी लापरवाह बयानबाजी पाकिस्तान की वैश्विक छवि को और धूमिल कर सकती है।
आगे क्या?
भारत संयम के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए है, लेकिन कूटनीतिक और रणनीतिक स्तर पर पाकिस्तान की इस धमकी का कड़ा जवाब दिए जाने की पूरी संभावना है।