नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘स्कूल ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ (SOL) सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और इस गति को बनाए रखने के लिए देश को ऐसे ऊर्जावान नेताओं की जरूरत है, जो भारत के हितों को सर्वोपरि रखते हुए वैश्विक समस्याओं का समाधान निकाल सकें।
लीडरशिप का नया दौर: पारंपरिक से लेकर हाई-टेक क्षेत्रों तक जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि नेतृत्व सिर्फ सत्ता तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह हर क्षेत्र में नवाचार, रणनीतिक निर्णय लेने और प्रभावी समाधान खोजने की क्षमता पर आधारित होगा।
खेल, कृषि, विनिर्माण और सामाजिक सेवा जैसे पारंपरिक क्षेत्रों से लेकर डीप-टेक, अंतरिक्ष, बायोटेक और नवीकरणीय ऊर्जा तक – भारत को हर क्षेत्र में सक्षम नेतृत्व की आवश्यकता है।
भारत को ऐसे ग्लोबल लीडर्स चाहिए जो नई नीतियां बनाएं, नवाचार को बढ़ावा दें और भारत को विश्व मंच पर अग्रणी स्थान दिलाएं।
गुजरात मॉडल से सिखाया नेतृत्व का पाठ
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात का उदाहरण देते हुए बताया कि संसाधनों की कमी के बावजूद, राज्य ने बेहतरीन प्रबंधन और दूरदृष्टि के कारण सफलता हासिल की।
गुजरात में हीरे की कोई खान नहीं, लेकिन दुनिया के 10 में से 9 हीरे गुजरात में पॉलिश होते हैं।
गिफ्ट सिटी के पास SOL का नया और आधुनिक परिसर बनाया जाएगा, जहां नेतृत्व विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
SOL: भारत की लीडरशिप यात्रा का गेम-चेंजर
PM मोदी ने कहा कि SOL जैसे संस्थान ‘नेतृत्व निर्माण’ में गेम-चेंजर साबित होंगे, क्योंकि ये युवा पीढ़ी को नई सोच, नवाचार और संकट प्रबंधन की ट्रेनिंग देंगे।
उन्होंने SOL को महज़ एक विकल्प नहीं, बल्कि समय की ज़रूरत बताया।
राष्ट्र निर्माण के लिए नागरिकों का विकास आवश्यक है और इस लक्ष्य को पाने के लिए हर क्षेत्र में नेतृत्व का विकास समय की मांग है।
भूटान के प्रधानमंत्री का मोदी को नमन: ‘आप मेरे गुरु’
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने सम्मेलन में हिंदी में भाषण देते हुए PM मोदी को अपना बड़ा भाई और गुरु बताया।
उन्होंने कहा, “आपके नेतृत्व ने भारत को अद्भुत ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। मैं यहां सीखने के लिए आया हूं, नेतृत्व सिखाने के लिए नहीं।”
उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्वच्छ भारत’ जैसी पहलों को भारत के लिए मोदी का सबसे बड़ा उपहार बताया।
“मोदी जी के नेतृत्व में भारत समृद्धि और विकास की ओर बढ़ रहा है, और यही उनकी विरासत होगी।”
भारत की अगली लीडरशिप क्रांति का आगाज़
प्रधानमंत्री मोदी ने SOL को भारत के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बताते हुए कहा कि जैसे-जैसे भारत तकनीकी नवाचार और कूटनीति में नई ऊंचाइयों को छूएगा, देश का प्रभाव वैश्विक स्तर पर कई गुना बढ़ेगा।
अगली पीढ़ी के नेताओं का निर्माण ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाएगा।
सामूहिक प्रयासों और एक समान लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने से असाधारण परिणाम मिलेंगे।
PM मोदी का संदेश: ‘सोच ग्लोबल, आत्मा भारतीय’
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो ‘वैश्विक सोच के साथ भारतीय मूल्यों’ को आत्मसात करें।
SOL जैसे संस्थान भारत के भविष्य के लिए अनिवार्य हैं, जो न केवल नई लीडरशिप को तैयार करेंगे, बल्कि भारत को वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में मजबूत करेंगे।