SGRRU में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर रचनात्मक अभिव्यक्ति की धूम, निबंध प्रतियोगिता में दिखी विद्यार्थियों की प्रतिभा

 

 

 

देहरादून: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एसजीआरआरयू) के सामाजिक एवं मानविकी विज्ञान संकाय में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर हिंदी विभाग द्वारा “भाषा: विचारों का वाहक”, “भाषा और संस्कृति का अटूट संबंध”, “भाषा और बहुभाषावाद: वैश्विक परिप्रेक्ष्य” जैसे विषयों पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

प्रतियोगिता में दिखी भाषाई प्रतिभा

प्रतियोगिता में विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने अपनी मातृभाषा के प्रति प्रेम और जागरूकता को शानदार अभिव्यक्ति दी। प्रतियोगिता में पूनम ने प्रथम, पूर्णिमा ने द्वितीय और शेफाली ने तृतीय स्थान हासिल किया।

कार्यक्रम की शुरुआत सामाजिक एवं मानविकी विज्ञान संकाय की डीन प्रो. प्रीति तिवारी ने की। उन्होंने मातृभाषा के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं और यह मंच उनके विचारों एवं रचनात्मकता को अभिव्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है।

मातृभाषा दिवस का उद्देश्य

हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. कल्पना थपलियाल ने बताया कि यूनेस्को ने 1999 में 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में मान्यता दी थी। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना और मातृभाषा के महत्व को उजागर करना है।

विद्यार्थियों के उत्साह की सराहना

प्रो. गीता रावत ने कहा कि विद्यार्थियों ने जिस उत्साह और लगन से प्रतियोगिता में भाग लिया, वह सराहनीय है। यह अनुभव उनके भविष्य में भी सहायक सिद्ध होगा

कार्यक्रम का समन्वय अंजलि डबराल और डॉ. कल्पना थपलियाल ने किया। इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों ने भी मातृभाषा की महत्ता पर विचार साझा किए और इसे संस्कृति एवं शिक्षा का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।

शिक्षकों व विद्यार्थियों की जोरदार भागीदारी

इस अवसर पर सामाजिक एवं मानविकी विज्ञान संकाय के सभी विभागाध्यक्षों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

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