उत्तराखंड बना ‘खेल भूमि’, 38वें राष्ट्रीय खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन – मुख्यमंत्री धामी

 

 

 

 

देहरादून: उत्तराखंड में जारी 38वें राष्ट्रीय खेलों ने प्रदेश के खेल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित “मौली संवाद” कार्यक्रम में प्रतिभाग कर ड्रोन दीदी योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली युवतियों को ड्रोन भेंट कर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के राष्ट्रीय खेलों ने उत्तराखंड को ‘खेल भूमि’ के रूप में पहचान दिलाई है। प्रदेश भर के 11 स्थानों पर आयोजित प्रतियोगिताओं के चलते खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिली है, जिससे राज्य के युवा खिलाड़ियों को बड़ा लाभ होगा।

उत्तराखंड 80+ मेडल्स के साथ छठे स्थान पर!

CM धामी ने बताया कि इस बार उत्तराखंड ने 37वें राष्ट्रीय खेलों की तुलना में शानदार प्रदर्शन किया है और अब तक 80 से अधिक पदक जीतकर छठे स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनकी व्यवस्थाओं की तारीफ सुनी और खुद कई स्थानों पर खिलाड़ियों संग भोजन भी किया।

पहली बार हुआ नाइट राफ्टिंग इवेंट!

राष्ट्रीय खेलों के तहत टिहरी में वाटर स्पोर्ट्स, टनकपुर में पहली बार नाइट राफ्टिंग प्रतियोगिता, और चकरपुर में मल्लखंब जैसे रोमांचक आयोजन हुए, जिससे राज्य में खेल कल्चर को नई ऊंचाई मिली है। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी इस आयोजन को ऐतिहासिक बताया और कहा कि पर्यावरण संरक्षण और रीसायकल इकोनॉमी को भी इस खेल महोत्सव का हिस्सा बनाया गया है। राष्ट्रीय खेलों के शानदार आयोजन से उत्तराखंड अब सिर्फ ‘देवभूमि’ नहीं, बल्कि ‘खेल भूमि’ के रूप में भी पहचाना जाएगा

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