TMP: राष्ट्रीय खेलों के मंच पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलों और विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर बात की, लेकिन उत्तराखंड के लिए उनकी खास सराहना ने सबका ध्यान खींच लिया। पीएम ने राज्य सरकार के तीन प्रमुख अभियानों – समान नागरिक संहिता (UCC), शीतकालीन यात्रा, और प्लास्टिक मुक्त अभियान – को खुलकर सराहा और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पीठ थपथपाई।
1. यूसीसी पर समर्थन: ‘सबको साथ लेकर चलने का बड़ा कदम’
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता (UCC) की जमकर तारीफ की। उन्होंने इसे “सबको साथ लेकर चलने” की भावना का प्रतीक बताया। राष्ट्रीय खेलों के मंच पर पीएम ने यूसीसी को खेलों की टीम भावना से जोड़ते हुए कहा कि यह कदम न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। धामी सरकार का यह साहसिक प्रयास उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत पहचान दिला रहा है।
2. शीतकालीन यात्रा: पीएम भी बनना चाहते हैं हिस्सा!
उत्तराखंड की पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई “शीतकालीन यात्रा” की प्रधानमंत्री ने खुले दिल से सराहना की। उन्होंने धामी सरकार की इस पहल को देशभर के अन्य राज्यों के लिए एक बेहतरीन उदाहरण बताया। दिलचस्प बात यह रही कि पीएम मोदी ने यह इच्छा जताई कि वह खुद इस यात्रा का हिस्सा बनना चाहते हैं। मुख्यमंत्री धामी ने भी हाल ही में दिल्ली में पीएम को औपचारिक रूप से आमंत्रित किया था, और अब प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी ने राज्य की ब्रांडिंग को चार चांद लगा दिए हैं।
3. प्लास्टिक मुक्त अभियान: ‘ग्रीन गेम्स’ की तारीफ
राष्ट्रीय खेलों की थीम “ग्रीन गेम्स” पर पीएम मोदी ने उत्तराखंड के प्रयासों की जमकर तारीफ की। खेलों में ई-वेस्ट से पदक निर्माण और विजेता खिलाड़ियों द्वारा पौधारोपण जैसी योजनाओं को उन्होंने सराहा। साथ ही, राज्य सरकार के प्लास्टिक मुक्त अभियान को भी विशेष रूप से रेखांकित किया। पीएम ने इस प्रयास को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर बताया और इसे देशभर में अपनाने की अपील की।
धामी सरकार के प्रयासों को मिली राष्ट्रीय पहचान
पीएम मोदी की इस तिहरी तारीफ के बाद धामी सरकार का आत्मविश्वास और बढ़ गया है। अब उत्तराखंड के ये प्रयास न केवल राज्य बल्कि देश और दुनिया तक प्रभावी रूप से पहुंच गए हैं। राष्ट्रीय खेलों का यह मंच, जहां खेल और विकास के साथ-साथ पर्यावरण, सामाजिक सुधार, और पर्यटन के मुद्दे भी छाए रहे, उत्तराखंड के लिए एक गौरवशाली क्षण बन गया।
“खेलों के साथ विकास की जीत!” – धामी सरकार की नीतियां साबित कर रही हैं कि सही नेतृत्व से राज्य हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है।