देहरादून: प्रेमनगर स्थित एक निजी विश्वविद्यालय में बीए एलएलबी की पढ़ाई कर रहे छात्र की संदिग्ध हालात में मौत ने सनसनी फैला दी है। मृतक के पिता ने इसे हत्या करार देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन, हॉस्टल वार्डन और एक अन्य युवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सड़क हादसे के बहाने घटना को दबाने की कोशिश का भी आरोप है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पिता का दावा: हादसा नहीं, ये है हत्या!
बिहार के गया जिले के निवासी ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि उनका बेटा सत्यप्रकाश दिसंबर 2024 से दून की एक यूनिवर्सिटी में हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। 15 दिसंबर की सुबह अचानक युवराज नाम के व्यक्ति का फोन आया, जिसने बताया कि सत्यप्रकाश की हालत गंभीर है और उसे दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पिता ने कहा, “जब हॉस्टल वार्डन से बेटे की हालत जानने की कोशिश की, तो पहले तो उन्होंने उसे हॉस्टल में सोने की बात कही। बाद में बेटे की मौत की खबर दी। सवाल यह है कि 6 दिन तक हॉस्टल से गायब रहने की जानकारी परिवार को क्यों नहीं दी गई?“
छेड़छाड़ के आरोप और पोस्टमॉर्टम विवाद
ओमप्रकाश ने यह भी आरोप लगाया कि उनके बेटे की एक दिन की छुट्टी की एप्लीकेशन में छेड़छाड़ कर उसे 6 दिन का दिखाया गया। सड़क हादसे में मौत की बात कही गई, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लीवर में चोट को मौत की वजह बताया गया, जबकि शरीर पर चोट के निशान नहीं थे।
उन्होंने डॉक्टर के पैनल से पोस्टमॉर्टम की मांग की थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। “अगर यह हादसा होता, तो शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोटें होतीं। यह सबकुछ संदिग्ध है,” पिता ने कहा।
पुलिस की कार्रवाई शुरू
प्रेमनगर थाना प्रभारी गिरीश नेगी ने बताया कि मृतक के पिता की शिकायत के आधार पर युवराज, विश्वविद्यालय प्रशासन और हॉस्टल वार्डन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की जांच कर रही है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन पर सवाल
घटना ने यूनिवर्सिटी की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एडमिशन के समय प्रशासन ने परिवार को आश्वस्त किया था कि छात्रों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं और बिना अनुमति हॉस्टल से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
क्या है असली वजह?
यह मामला सड़क हादसे का है या फिर हत्या का? सवाल यह भी है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटना को छिपाने की कोशिश क्यों की?
देहरादून पुलिस के लिए यह केस अब गंभीर जांच का विषय बन गया है। सत्यप्रकाश की मौत का सच क्या है, यह आने वाले दिनों में ही सामने आएगा।