नई टिहरी: उत्तराखंड की ऊंची पहाड़ियों पर हाल ही में हुई बर्फबारी ने नई टिहरी समेत आसपास के क्षेत्रों में ठंड का कहर बढ़ा दिया है। नागटिब्बा, धनोल्टी और गंगी जैसी जगहों पर बर्फबारी के बाद तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। दिन में धूप कुछ राहत देती है, लेकिन सुबह और शाम की सर्द हवाओं ने नगरवासियों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है।
शहर में ठिठुरन का आलम, बुजुर्गों ने बाजार जाना छोड़ा
शाम के समय चलने वाली कड़ाके की ठंडी हवाओं ने ठिठुरन और बढ़ा दी है। बुजुर्ग और बच्चे खासतौर पर खांसी-जुकाम की चपेट में आ रहे हैं। ठंड को देखते हुए नगरपालिका ने बाजार के प्रमुख स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है। वहीं, आने वाले नए साल में टिहरी के पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है।
केदारनाथ में बर्फबारी से निर्माण कार्य थमा, मजदूर लौटने को मजबूर
केदारनाथ धाम में कड़ाके की ठंड और लगातार गिरते तापमान ने पुनर्निर्माण कार्यों को बुरी तरह प्रभावित किया है। बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद एक से डेढ़ फीट बर्फ जम चुकी है, जबकि 28-29 दिसंबर को और भारी बर्फबारी का अनुमान है।
“अगर तीन से चार फीट तक बर्फ जमी, तो निर्माण कार्य जारी रखना असंभव हो जाएगा,” अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया।
10 जनवरी तक लौटेंगे मजदूर
वर्तमान में केदारनाथ में करीब 100 मजदूर निर्माण कार्य कर रहे हैं। हालांकि, प्रतिकूल मौसम के चलते 10 जनवरी तक अधिकांश मजदूरों के लौटने की संभावना है। लकड़ी, वेल्डिंग और टाइलिंग का काम अभी जारी है, लेकिन जनवरी से अप्रैल तक भारी बर्फबारी के कारण यह कार्य बंद रहेगा।
माइनस 15 डिग्री पर भी जारी है जज्बा
केदारनाथ में तापमान माइनस 15 डिग्री तक गिर चुका है। मजदूर विषम परिस्थितियों में भी कार्य कर रहे हैं। अप्रैल में मौसम अनुकूल होने के बाद बर्फ हटाने का काम प्राथमिकता के साथ शुरू किया जाएगा।
पर्यटकों के लिए खूबसूरती का तोहफा, स्थानीय लोगों के लिए चुनौती
जहां एक तरफ यह बर्फबारी उत्तराखंड के पर्यटन को बढ़ावा देगी, वहीं स्थानीय लोगों के लिए यह ठंड बड़ी चुनौती बनकर आई है। आने वाले दिनों में मौसम और अधिक सर्द होने की संभावना है, जिससे जीवन और कठिन हो सकता है।