एएनआई : अखिल भारतीय चिकित्सा संघों के महासंघ (FAIMA) ने 14 अक्टूबर से देशभर में वैकल्पिक चिकित्सा सेवाओं का बहिष्कार करने की घोषणा की है। यह कदम पश्चिम बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों द्वारा 65 दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शन के समर्थन में उठाया गया है, जहां एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं।
एफएआईएमए ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार की उदासीनता के खिलाफ यह देशव्यापी हड़ताल डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हो रहे हमलों के प्रति एकजुटता दिखाने का प्रयास है। करीब 50 वरिष्ठ डॉक्टरों ने अपने पदों से इस्तीफा देकर जूनियर डॉक्टरों का समर्थन किया है, जो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। संगठन ने देशभर के सभी मेडिकल एसोसिएशनों और रेजिडेंट डॉक्टरों से इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है।
इस बीच, पश्चिम बंगाल भाजपा ने डॉक्टरों की मांगों को जायज ठहराते हुए उन्हें अपना समर्थन दिया है। केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा कि ममता बनर्जी सरकार ने डॉक्टरों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया, जिसके कारण यह हड़ताल आवश्यक हो गई है। भाजपा ने बंगाल के लोगों से भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आग्रह किया है।