कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान हिंसक झड़पें, इलाके में धारा 163 लागू

 

 

कर्नाटक के मांड्या जिले के नागमंगला में गणेश विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया और फायरिंग भी हुई। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को आग लगा दी। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और धारा 163 लागू कर दी गई है, जिसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है।

कैसे शुरू हुआ विवाद

घटना की शुरुआत बदरीकोप्पल गांव से हुई, जहां गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए भव्य जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस जब नागमंगला की मुख्य सड़क पर स्थित एक मस्जिद के पास से गुजर रहा था, तभी मस्जिद के पास से जुलूस पर कथित तौर पर पत्थर फेंके गए। इस पर हिंदू समुदाय ने आरोप लगाया कि मुस्लिम युवकों ने जानबूझकर जुलूस पर हमला किया।

वाहनों और दुकानों को आग के हवाले किया

दोनों पक्षों के बीच भड़की सांप्रदायिक हिंसा ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। हिंसा के दौरान पेंट की दुकानें, बाइक शोरूम और कपड़ों की दुकानों को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। गुस्साए हिंदू समुदाय ने नागमंगला थाने के सामने गणेश प्रतिमा रखकर विरोध प्रदर्शन किया और हिंसा में शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की।

केंद्रीय मंत्री ने की घटना की निंदा

केंद्रीय मंत्री एडी कुमारस्वामी ने मांड्या में हुई सांप्रदायिक हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास हैं। उन्होंने प्रशासन से दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि शांति बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।

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