एएनआई। राम मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर खतरों से निपटने के लिए अयोध्या में एक उच्चस्तरीय टीम भेजी है। सूत्रों के मुताबिक, संयुक्त टीम में गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी), इलेक्ट्रानिक्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय (मैती), इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी), इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) के अधिकारी और साइबर मामलों के विशेषज्ञ शामिल हैं।
यह कदम केंद्रीय गृह मंत्रालय की साइबर सिक्यूरिटी विंग द्वारा जारी उन अलर्ट्स के बीच उठाया गया है जिनमें नागरिकों को अयोध्या के मंदिर में वीआईपी प्रवेश को लेकर साइबर अपराधियों द्वारा वाट्सएप पर मालवेयर वाले मोबाइल एप्लीकेशन भेजे जाने के प्रति सचेत किया गया है।
साइबर क्राइम अलर्ट से सावधान रहें!
इस महीने की शुरुआत में जारी अलर्ट के मुताबिक, “साइबर क्राइम अलर्ट से सावधान रहें! व्हाट्सएप या विज्ञापनों के माध्यम से अयोध्या में राम मंदिर में वीआईपी प्रवेश से संबंधित मालवेयर वाले मोबाइल एप्लिकेशन (एपीके) या फार्म भेजने का चलन है। ये आपके डिवाइस को प्रभावित कर सकते हैं और साइबर अपराध धोखाधड़ी का शिकार बना सकते हैं।