बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. नित्यानंद स्वामी की 95वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति द्वारा आयोजित स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान समारोह में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को स्वच्छ राजनीतिज्ञ सम्मान से सम्मानित किया गया। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती को उत्तराखंड गौरव सम्मान, पद्मश्री डॉ माधुरी बड़थ्वाल को सांस्कृतिक संपदा अलंकरण, कुलाधिपति स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी डॉ विजय धस्माना को शिक्षाविद अलंकरण, सी. ई. ओ. रामापीर इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन श्री दर्शन सांखला को उद्योग अलंकरण तथा डॉ अल्का आहूजा को चिकित्सा सेवा अलंकरण प्रदान किया गया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वामी जी का स्मरण करते हुए उन्हें उच्च कोटि का जन नेता, साधारण स्वभाव के धनी तथा हर व्यक्ति के मान सम्मान का ध्यान रखने वाला बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी धरातल के जनप्रिय नेता थे, उत्तराखंड के निर्माण व समाज के उत्थान में उनका विशेष योगदान रहा है।
लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष सरदार चरणजीत सिंह अटवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नित्यानंद स्वामी जी की स्मृति को याद करते हुए कहा की स्वामी जी प्रखर राजनीतिज्ञ, महान समाज सुधारक थे। उन्होनें कहा की स्वामी जी हमेशा एक सामान स्कूलिंग शिक्षा के पक्षधर रहे है वो चाहते थे की देश में गरीब तथा अमीर के बच्चों को एक समान स्कूलिंग शिक्षा मिले जिससे शिक्षित समाज एकजुट होकर देश के निर्माण में सहायक कार्य करें।
कार्यक्रम में नित्यानंद स्वामी जन सेवा समिति के युवा संगठन “जय“ के अध्यक्ष विनायक शर्मा स्वामी ने कहा कि समिति लगातार जरुरतमंद लोगों की मदद का कार्य कर रही है समय-समय पर उन्हें आर्थिक मदद व भोजन कपड़े वितरण कर स्वामी जी द्वारा दिखाए गए आदर्श मार्ग का अनुसरण किया जाता है।
Related posts:
सिक्किम में जल प्रलय से 34 लोगों की हुई मौत , 105 लोग अभी तक लापता
शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत गुजरात रवाना, चिंतन शिविर में करेंगे प्रतिभाग
हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दिखा किया रवाना
उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट: आपदा प्रबंधन ने संभाली कमान, 16 स्थानों की लाइव मॉनिटरिंग
उत्तराखण्ड में स्थानीय भाषाओं और साहित्य को मिलेगा डिजिटल स्वरूप, बढ़ेगा बुके की जगह बुक का चलन
(Visited 736 times, 1 visits today)