श्रीनगर : नगर निकाय चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने अनुशासनहीनता पर कड़ा रुख अपनाया है। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 7 कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष पौड़ी, कमल किशोर रावत ने साफ शब्दों में कहा, “पार्टी विरोधी गतिविधियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
बागियों के नाम हुए उजागर
निष्कासित कार्यकर्ताओं में महापौर पद की अधिकृत प्रत्याशी आशा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली आरती भंडारी और उनके पति लखपत सिंह भंडारी शामिल हैं। इसके अलावा विजय चमोली, सुजीत अग्रवाल, दीपक उनियाल, संदीप रावत, और सूरज हिमालियाज को भी पार्टी से बाहर कर दिया गया है।
सोशल मीडिया पर अफवाह का जवाब
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सुजीत अग्रवाल के पार्टी छोड़ने के पत्र पर जिलाध्यक्ष रावत ने इसे अफवाह करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई पत्र पार्टी पदाधिकारियों को नहीं मिला है। “बगावत करने वाले किसी भी व्यक्ति को पार्टी माफ नहीं करेगी,” रावत ने दोहराया।
13 जनवरी को बड़े नेताओं की एंट्री, प्रचार में आएगा जोर
श्रीनगर में भाजपा ने प्रचार-प्रसार को गति देने के लिए स्टार प्रचारकों की टीम उतारने की योजना बनाई है। 13 जनवरी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी, और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी श्रीनगर पहुंचेंगे। ये नेता जनता से भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील करेंगे।
“श्रीनगर की सियासत में गरमाया माहौल, भाजपा ने बागियों को दिया करारा जवाब!”
निकाय चुनावों से पहले भाजपा के इस कदम ने साफ संदेश दिया है कि पार्टी अनुशासन और एकजुटता से समझौता नहीं करेगी। अब देखना होगा कि 13 जनवरी के स्टार प्रचार अभियान से भाजपा को कितना फायदा मिलता है और बगावत की यह गूंज कितनी दूर तक जाती है।