एएनआई। भारतीय सुरक्षा बल इजरायल पर हमास के हमले का विस्तार से अध्ययन कर रहे हैं, जिसमें आतंकी समूह द्वारा कई इजरायली और विदेशी नागरिकों का बड़े पैमाने पर कत्लेआम करने के साथ अपहरण और दुष्कर्म की घटनाओं को अंजाम दिया गया।
सुरक्षा अधिकारियों ने कि हम इस बात का विस्तार से अध्ययन कर रहे हैं कि किस तरह से इन हमलों को अंजाम दिया गया। आतंकी अपनी गतिविधियों को उन एजेंसियों से छिपाकर रखने में कैसे कामयाब होते हैं जिन्हें उन्हें ट्रैक करने का काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे स्थिति सामने आ रही है, बड़े पैमाने पर हमलों पर इजरायली प्रतिक्रिया भी देखी जा रही है।
इस महीने के तीसरे सप्ताह में 18 अक्टूबर से प्रस्तावित सेना कमांडरों के सम्मेलन में भी इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि सेनाएं उन संभावित खुफिया कमियों का भी अध्ययन कर सकती हैं जिनका आतंकी संगठन ने बड़े पैमाने पर अपने मिशन को अंजाम देने के लिए फायदा उठाया होगा।
शनिवार को जब इजरायली सात दिवसीय यहूदी त्योहार सुकोट का समापन कर रहे थे, भोर से ठीक पहले देश भर में सायरन गूंज उठे और नागरिकों को जल्द ही अहसास हुआ कि यह कोई गलत अलार्म नहीं था। हमास आतंकियों के झुंड द्वारा हवा, समुद्र और जमीन से लोगों पर टूट पड़े और सैकड़ों लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इसके साथ है लगभग 130 लोगों को उठाकर अपने ठिकानों पर ले गए। ये हमले वहां एक सप्ताह तक चलने वाले यहूदी त्योहार के जश्न के ठीक बाद शनिवार तड़के हुए।