आइएएनएस: मणिपुर में हाल ही में पुलिस की नकली वर्दी में हथियारों के साथ पकड़े गए लोगों को छुड़ाने के लिए गुरुवार को पांच जिलों में प्रदर्शन किए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों को ग्राम सुरक्षा स्वयंसेवक बताते हुए विभिन्न नागरिक सुरक्षा संगठन उन्हें बिना शर्त छोड़ने की मांग कर रहे थे। गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ उनकी झड़प भी हुई। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने बिष्णुपुर, काकचिंग, थौबल, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में पुलिस स्टेशनों पर धावा बोलने की कोशिश की। इनमें अधिकांश महिलाएं शामिल थीं।
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पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
रैपिड एक्शन फोर्स और अन्य सुरक्षा बलों उनके इस प्रयास को विफल कर दिया। उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर बैरिकेड तोड़ दिए। इसे देखते हुए अधिकारियों ने घाटी के विभिन्न जिलों में नियमित कर्फ्यू छूट अवधि रद कर दी। पांचों की बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर विभिन्न नागरिक संगठनों और स्थानीय क्लबों द्वारा 48 घंटे के बंद के आह्वान से मैतेई समुदाय के प्रभुत्व वाले पांच जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
जांच के दौरान हथियार बरामद
मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को कहा कि सुरक्षाबलों द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में चलाए गए सर्च आपरेशन में बड़ी मात्रा में मोर्टार गोले सहित हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए। 873 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
इंफाल पश्चिम और कांगपोकपी जिलों से एक हथियार, दो स्थानीय पंपी बंदूक, 50 गोला-बारूद और आठ विस्फोटक बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि असम राइफल्स और राज्य पुलिसकर्मियों की एक संयुक्त टीम ने कांगपोकपी जिले के एक गांव में तलाशी अभियान चलाया जिसमें झाडि़यों में छिपाकर रखे गए चार मोर्टार बम जब्त किए गए।
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