उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत उधमसिंहनगर के पुलिस जवान ने पुलिस RI और स्टोर मुंशी पर 8 मई को लगाया था मारपीट का आरोप।
प्रारम्भिक जांच में पता चला कि ये पुलिस जवान पिछले डेढ़ साल से ड्यूटी पर आया ही नहीं है।
उधमसिंहनगर पुलिस लाइन प्रतिसार इंस्पेक्टर RI ने 18 अप्रैल को चेकिंग करते हुए पाया कि उक्त जवान ड्यूटी पर ही नहीं है।
उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत उधमसिंहनगर के पुलिस जवान के पुलिस RI और स्टोर मुंशी पर मारपीट के आरोप मामले मे चौकाने वाला मोड आ गया है। पता चला है कि जिस पुलिस जवान ने ये आरोप लगाए थे वो खुद डेढ साल से ड्यूटी पर था ही नहीं। यही नहीं वो बिना किसी पूर्व सूचना के राज्य से बाहर रहा और सैलरी भी लेता रहा।
उधमसिंहनगर के SSP मंजूनाथ टीसी ने बताया कि जब ड्यूटी से नदारत रहने वाले दीपक उप्रेती चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के कृत्यों का पर्दाफ़ाश हुआ तो उसने 8 मई को उधमसिंहनगर पुलिसलाइन प्रतिसार इंस्पेक्टर RI के ऊपर मारपीट के आरोप लगाकर SSP को शिकायत पत्र दिया था। लेकिन मामले कि छानबीन करने पर पता चला है कि वो झूठ बोल रहा था। दरअसल पुलिस दीपक उप्रेती ने पहले बताया था कि वो डीजीपी अशोक कुमार की पत्नी अलकनंदा के पंतनगर वाले बंगले पर कुक का काम करता है। लेकिन जांच में ये बात गलत पाई गई। दरअसल वो राज्य में था ही नहीं। यही नहीं दीपक पुलिस लाइन में अधिकारियों को गुमराह करने के लिए रोज नए-नए बहाने बनाता रहा, और किसी को इसकी भनक तक नहीं लागने दी। जो न केवल पुलिस की लापरवाही बल्कि प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े करता है।
डेढ़ साल तक ड्यूटी से रहा नदारत
दीपक उप्रेती नामक ये शख्स पिछले डेढ़ साल से ड्यूटी पर नही आया लेकिन उसे सैलरी टाइम पर मिलती रही। जो सरकारी लापरवाही का एक जीता जागता उदाहरण बन गया। अब इस पूरे प्रकरण की जांच रुद्रपुर CO सिटी अभय सिंह को सौंपी गई है।
DGP अशोक कुमार ने जांच के दिये आदेश
DGP अशोक कुमार ने कहा कि इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता कुक दीपक उप्रेती ने जो आरोप लगाए हैं उनकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। लेकिन वो पिछले डेढ़ साल से ड्यूटी से गायब रहा है। उन्होने बताया की दीपक के उनकी पत्नी के पंतनगर निवास पर ड्यूटी करने की बात बिल्कुल गलत है।
ड्यूटी के नाम पर अधिकारियों को किया गुमराह
उन्होंने कहा कि दीपक उप्रेती पुलिस अधिकारियों के नाक के नीचे पिछले डेढ़ साल से ड्यूटी से नदारत रहकर सबकी आँखों मे धूल झोंककर ड्यूटी का वेतन लेता रहा। वो कभी भी उनके सरकारी आवास या पत्नी के निवास पर ड्यूटी पर कार्यरत था ही नहीं। इस पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी रुद्रपुर अभय सिंह को दी गयी है। ताकि आगे की कड़ी विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
पुलिस मुख्यालय की प्रतिक्रिया के अलावा दी गयी जानकारियों पर ठोका जाएगा मानहानि का दावा
पुलिस विभाग को पिछले डेढ़ साल से गुमराह कर ड्यूटी से गायब रहने वाले दीपक उप्रेती के मामले में DGP अशोक कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि जो भी खबरें बिना पुलिस मुख्यालय की प्रतिक्रिया या जानकारी के अभाव में चलायी जा रही है। उनके खिलाफ मानहानि का दावा किया जाएगा।