देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों द्वारा आयोजित स्वागत एवं अभिनंदन समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने उत्तराखण्ड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान पर आभार स्वीकार किया और कहा कि इस सम्मान की असली हकदार राज्य की जनता है, जिनके सहयोग से विकास की यह यात्रा संभव हो पाई है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को “ऊर्जा प्रदेश” के रूप में स्थापित करने के सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यूपीसीएल को केंद्र सरकार की डिस्ट्रीब्यूशन यूटिलिटी रैंकिंग में विशेष श्रेणी में देशभर में पहला स्थान मिला है, जो राज्य की ऊर्जा प्रबंधन क्षमता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री धामी के मुख्य बिंदु:
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उत्तराखंड को पावर सरप्लस राज्य बनाने का लक्ष्य
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लखवाड़ और जमरानी बांध सहित तीन मेगा प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम
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देहरादून में बिजली लाइनों को किया जा रहा भूमिगत
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16 लाख स्मार्ट मीटर लगाकर पारदर्शिता और नियंत्रण में आई क्रांति
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ऑटोमेटेड डिमांड रिस्पॉन्स सिस्टम से करोड़ों की बचत
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20,000 रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए गए प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत
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इकोलॉजी और इकॉनॉमी में संतुलन वाला विकास मॉडल अपनाने पर ज़ोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए अगले 10, 25 और 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर विकास के मॉडल तैयार किए हैं। उन्होंने आपदा प्रबंधन में राज्य की गंभीरता और पर्यावरण संतुलन के प्रति प्रतिबद्धता को भी रेखांकित किया।
कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी भारी संख्या में मौजूद थे और उन्होंने मुख्यमंत्री को सम्मानित करते हुए राज्य में ऊर्जा क्षेत्र में हुए सकारात्मक परिवर्तनों के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।