नासा के अंतरिक्ष यात्रियों की ऐतिहासिक वापसी: 286 दिन बाद पृथ्वी पर लैंडिंग, डॉल्फिन्स ने किया स्वागत

 

 

 

– फ्लोरिडा तट पर स्प्लैशडाउन

TMP : नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स 286 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने के बाद सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए। उनकी लैंडिंग के दौरान फ्लोरिडा के तट पर डॉल्फिन्स के नजर आने से यह एक अविस्मरणीय दृश्य बन गया।

17 घंटे की रोमांचक वापसी

 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से उनकी वापसी में 17 घंटे लगे, जो नासा के लिए एक महत्वपूर्ण मिशन था। इस दौरान उन्होंने 150 वैज्ञानिक प्रयोग और 900 घंटे की रिसर्च पूरी की, जो भविष्य के चंद्रमा मिशनों को नई दिशा देगा।

स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन से सुरक्षित लैंडिंग

 इस मिशन में नासा ने स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन का उपयोग किया, जिसने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी तक सुरक्षित पहुंचाया। यह मिशन बोइंग के स्टारलाइनर के लिए चुनौती बन गया, जिसे स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन से मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह पूरी तरह सफल नहीं हो सका।

https://x.com/NASA/status/1902118174591521056

राजनीति और अंतरिक्ष मिशन

 इस मिशन की चर्चा राजनीति के गलियारों तक पहुंची, जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बिना किसी ठोस प्रमाण के आरोप लगाया कि जो बाइडेन प्रशासन ने विलियम्स और विल्मोर को ‘अंतरिक्ष में छोड़ दिया’ था। वहीं, स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने भी इनकी शीघ्र वापसी की वकालत की थी।

ISS पर उम्मीद से लंबा प्रवास

 मूल रूप से यह मिशन केवल 8 दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण विल्मोर और विलियम्स को अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने पड़े। इस दौरान उन्होंने न केवल प्रयोग किए, बल्कि अंतरिक्ष में पाइपलाइन को व्यवस्थित करने में भी मदद की।

भविष्य की चुनौतियाँ

 नासा अब इस मिशन से मिली सीख के आधार पर नए सुरक्षा उपायों पर काम करेगा। डॉक्टरों के अनुसार, इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद मांसपेशियों के क्षय और दृष्टि संबंधी समस्याओं जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आने वाले हफ्तों में नासा की मेडिकल टीम उनकी पूरी जांच करेगी।

क्या सीख मिली?

इस मिशन ने नासा और स्पेसएक्स के लिए कई सबक छोड़े हैं। सवाल यह भी उठता है कि भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा और मिशन की अवधि को लेकर क्या नई रणनीतियाँ अपनाई जाएंगी?

अब जब बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स सुरक्षित घर लौट आए हैं, तो क्या भविष्य के मिशन में ऐसे जोखिम कम होंगे? यह देखना दिलचस्प होगा कि नासा और स्पेस टेक इंडस्ट्री इस अनुभव से क्या सीखती है!

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