देहरादून: उत्तराखंड के सीमांत जिले उत्तरकाशी में धार्मिक स्थल को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। देवभूमि विचार मंच और हिंदू संगठनों ने 1 दिसंबर को रामलीला मैदान में महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया है। इस महापंचायत का उद्देश्य निर्माणाधीन धार्मिक स्थल को हटाने और पंचकोसी यात्रा क्षेत्र को हिंदू धार्मिक क्षेत्र घोषित करने की मांग करना है।
महापंचायत में जुटेंगे 5,000 लोग
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय संगठन मंत्री अजय नागर ने बताया कि महापंचायत में विभिन्न हिंदू संगठनों के 5,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि महापंचायत के माध्यम से पूरे उत्तराखंड में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। जिला प्रशासन की अनुमति न मिलने पर भी महापंचायत आयोजित की जाएगी।
डेमोग्राफी बदलने का आरोप
अजय नागर ने दावा किया कि उत्तरकाशी की जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) को बदलने की साजिश रची जा रही है। उनका आरोप है कि अवैध धार्मिक स्थलों का निर्माण सीमांत जिले के लिए खतरनाक संकेत है। 25 नवंबर को हिंदू संगठनों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इन स्थलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
हाईकोर्ट में सुनवाई आज
उत्तरकाशी मस्जिद विवाद पर उत्तराखंड हाईकोर्ट में सोमवार, 27 नवंबर को सुनवाई होनी है। मस्जिद की सुरक्षा को लेकर दायर याचिका पर हाईकोर्ट ने जिलाधिकारी और एसपी को निर्देश दिए हैं कि सभी धार्मिक स्थलों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखें। डीजीपी को 27 नवंबर तक की स्थिति से अवगत कराने के आदेश भी दिए गए हैं।
महापंचायत से तनाव की आशंका
महापंचायत की घोषणा के बाद जिले में तनाव बढ़ने की आशंका है। प्रशासन ने सभी पक्षों से संयम बनाए रखने और शांति बनाए रखने की अपील की है। इस महापंचायत से उत्तरकाशी में धार्मिक और सामाजिक समीकरणों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
देवभूमि में माहौल गरम:
यह मामला न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बन चुका है। महापंचायत के नतीजे और हाईकोर्ट का फैसला, दोनों ही उत्तरकाशी के भविष्य पर गहरा असर डाल सकते हैं।