देहरादून – सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने शनिवार को यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में पहुंचकर मानसून के दौरान सभी जिलों की स्थिति का गहन समीक्षा किया। नदियों के जलस्तर, अवरुद्ध सड़कों और बारिश के प्रभाव की जानकारी लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं कंट्रोल रूम से स्थिति का जायजा लिया और जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया था। सचिव सुमन ने बारिश से प्रभावित क्षेत्रों, बंद ग्रामीण सड़कों, बिजली और पानी की आपूर्ति पर चर्चा की और पीडब्ल्यूडी को प्राथमिकता के आधार पर ग्रामीण सड़कों को जल्द खोलने का निर्देश दिया, ताकि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
आपदा प्रबंधन के लिए विस्तृत अध्ययन और भविष्य की प्लानिंग
सचिव सुमन ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को इस मानसून में घटित आपदाओं का विस्तृत अध्ययन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां राहत और बचाव कार्य सराहनीय रहे, वहीं कमियों का मूल्यांकन कर भविष्य के लिए ठोस योजनाएं बनानी होंगी।
16 स्थानों की लाइव मॉनिटरिंग
यूएसडीएमए के कंट्रोल रूम से अब केदारनाथ समेत 16 महत्वपूर्ण स्थानों की लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है। यूएसडीएमए के सिस्टम एक्सपर्ट हेमंत बिष्ट के अनुसार, इन क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों के जरिये सतत निगरानी की जा रही है, जिनमें रुद्रप्वाइंट, भैरव पुल और सोनप्रयाग शामिल हैं। यह व्यवस्था संभावित आपदाओं से निपटने के लिए कारगर साबित हो रही है।