मणिपुर में जातीय हिंसा: तनाव चरम पर, केंद्रीय रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) तैनात, इंटरनेट बैन

 

मणिपुर में जातीय हिंसा एक बार फिर भड़क गई है, जिससे प्रदेश में तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। दंगा नियंत्रण के लिए केंद्रीय रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की टुकड़ियों को भी बुलाया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने 15 सितंबर तक इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया है ताकि अफवाहों और भड़काऊ पोस्ट पर लगाम लगाई जा सके। सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश के ज्यादातर स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है।

प्रदर्शनकारियों का उग्र रूप, पुलिस पर पथराव

मणिपुर में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों पर पथराव किया, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। उपद्रवियों ने कई जगहों पर सड़कें ब्लॉक कर दी हैं और पुलिस के साथ झड़पें हो रही हैं। स्थिति को काबू में लाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। पिछले एक साल से मणिपुर में जातीय तनाव के कारण बार-बार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।

स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए, प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है ताकि हालात पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके। हालांकि, अब तक स्थिति सामान्य होती नहीं दिख रही है, और सुरक्षा बलों की गश्त जारी है।

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