नई दिल्ली : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब यह सिर्फ सीमाओं तक सीमित मामला नहीं रहा — भारत अब जल, व्यापार और रणनीति के हर मोर्चे पर पाकिस्तान को घेरने की तैयारी में है। देशभर में बुधवार को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है, जिससे संकेत मिल रहा है कि भारत हर परिस्थिति के लिए तैयार है — और पाकिस्तान को इस बात का गहरा डर है कि भारत अब सीधे हमला कर सकता है।
पीएम मोदी का दो टूक संदेश: “भारत का पानी अब भारत के हक में बहेगा”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक निजी चैनल से बातचीत में साफ शब्दों में कहा कि दशकों तक भारत के हक का पानी भी बाहर बहता रहा, लेकिन अब नहीं।
“अब भारत का पानी भारत के हक में बहेगा, भारत में रुकेगा और भारत के काम आएगा।”
केन-बेतवा लिंक और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक जैसी बड़ी परियोजनाएं इसके संकेत हैं, जो किसानों को सीधा लाभ देंगी।
सिंधु जल समझौता स्थगित — पाकिस्तान में मची खलबली
भारत ने 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है, और यह फैसला प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई CCS (कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में लिया गया। साफ कर दिया गया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद पर ठोस कदम नहीं उठाता, यह समझौता आगे नहीं बढ़ेगा।
पाकिस्तान से सभी आयात बंद — समुद्री रास्ता भी सील
भारत ने पाकिस्तान से सभी तरह के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। डीजीएफटी ने यह आदेश जारी किया है, जबकि डायरेक्टरेट जनरल ऑफ शिपिंग ने स्पष्ट किया है कि अब पाकिस्तानी जहाज भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।
देशवासियों को मिल रहा डायरेक्ट बेनिफिट — पीएम मोदी ने गिनाई उपलब्धियां
पीएम मोदी ने अपनी सरकार की पारदर्शिता पर जोर देते हुए कहा कि अब गरीब के हक का पैसा सीधे उसके खाते में जा रहा है।
“हमने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) लागू कर भ्रष्टाचार की जड़ों पर वार किया। अब 1 रुपया दिल्ली से चलता है तो 100 पैसे गरीब के खाते में पहुंचते हैं।”
भारत अब पाकिस्तान को केवल सैन्य मोर्चे पर नहीं, बल्कि आर्थिक, जल और कूटनीतिक स्तर पर घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है। देश की जनता भी एक सुर में चाहती है — इस बार सिर्फ चेतावनी नहीं, एक निर्णायक कार्रवाई हो। और इस बार, भारत के शब्द नहीं, कदम बोल रहे हैं।