विपक्षी इंडिया गठबंधन ने की, राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी

 

 

 

नई दिल्ली: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्षी दलों ने शीतकालीन सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बना ली है। इंडिया गठबंधन के 60 सांसदों ने इस प्रस्ताव के लिए हस्ताक्षर किए और इसे सभापति के सचिवालय को सौंप दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि धनखड़ द्वारा राज्यसभा की कार्यवाही का पक्षपाती तरीके से संचालन किया गया, जिस कारण यह कदम उठाना पड़ा।

“संसदीय लोकतंत्र को बचाने के लिए कड़ा कदम”

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही को पक्षपाती तरीके से चलाया, और इसे देखते हुए विपक्ष के पास अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने इसे विपक्षी पार्टियों के लिए कष्टकारी निर्णय माना, लेकिन कहा कि संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह कदम आवश्यक था।

“4 महीने से चल रही थी तैयारी”

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी बताया कि लगभग चार महीने पहले ही विपक्ष ने इस प्रस्ताव के लिए तैयारी शुरू कर दी थी, और अगस्त में जरूरी संख्या में सांसदों के हस्ताक्षर भी प्राप्त कर लिए थे। हालांकि, इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने का फैसला शीतकालीन सत्र में फिर से धनखड़ के रवैये को देखकर किया गया।

“क्या सभापति को हटाया जा सकता है?”

विपक्षी नेताओं का कहना है कि धनखड़ का आचरण अस्वीकार्य है, और उन्होंने बीजेपी के प्रवक्ता से ज्यादा वफादारी दिखाने की कोशिश की है। संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के तहत उपराष्ट्रपति को हटाने का प्रावधान है, जिसमें राज्यसभा के बहुमत से प्रस्ताव पारित होने और लोकसभा की सहमति की आवश्यकता होती है।

 

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