पीटीआई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि विविध क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियां दुनिया में स्थिरता ला रही हैं और वह ‘विश्व मित्र’ के रूप में उभरा है। पीएम मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते कद का उल्लेख करते हुए इसे अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धि बतायी।
लाल किले की प्राचीर से पीएम का संबोधन
लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के सामर्थ्य को लेकर भारतीयों और दुनिया के मन में कोई किन्तु, परंतु नहीं है और विकास को लेकर देश का दृष्टिकोण वैश्विक कल्याण होना चाहिए।
PM मोदी ने कहा कि कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार से देश को आगे बढ़ाया है, दुनिया ने देश के सामर्थ्य को देखा है। उन्होंने कहा कि ‘जब दुनिया की आपूर्ति श्रृंखला तहस-नहस हो गई थी, बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्था पर दबाव था, उस समय भी हमने कहा था हमें विश्व का विकास देखना है, तो वो मानव केंद्रित होना चाहिए।
PM मोदी का 90 मिनट का संबोधन
प्रधानमंत्री ने करीब 90 मिनट के अपने संबोधन में जलवायु परिवर्तन, आर्थिक मंदी सहित विभिन्न वैश्विक चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है।
PM मोदी ने जी-20 की मेजबानी का किया जिक्र
जी-20 की भारत की मेजबानी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करने का भारत को अवसर मिला है। पिछले एक साल से देश के हर कोने में जिस प्रकार से जी-20 के अनेक आयोजन व कार्यक्रम हुए हैं, उसने देश के सामान्य लोगों के सामर्थ्य से दुनिया को परिचित करवाया है।
One thought on “PM मोदी के संबोधन में “भारत के बढ़ते कद का उल्लेख””
Comments are closed.