अब राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ योग प्रशिक्षण भी मिलेगा। ये बात उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने समीक्षा बैठक के दौरान कही। जिसके लिए उन्होंने इसी सत्र से एक नियत वेतनमान पर एक-एक योग प्रशिक्षक सभी महाविद्यालय और राजकीय विश्वविद्यालय में तैनात करने के अधिकारियों को निर्देश भी दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति का अधिकार गेस्ट फैकल्टी की भांति संबंधित महाविद्यालयों के प्राचार्यों को दिया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने बताया कि देहरादून में स्वीकृत राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के निर्माण का कार्य भी इसी वर्ष शुरू कर दिया जायेगा, इसके लिये उन्होंने संशोधित डीपीआर तैयार करके शीघ्र शासन को प्रेषित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये हैं।
नैक एक्रीडिएशन की तैयारी के लिए उच्च स्तरीय समिति का होगा गठन
सभी राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में नैक एक्रिडिएशन की तैयारियों की निगरानी एवं सुझाव हेतु विभागीय सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जायेगी। जिससे नैक एक्रिडिएशन मिलने के उपरांत राज्य के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को यूजीसी द्वारा अतिरिक्त अनुदान मिल सकेगा, जिसके लिये सरकार हर संभव प्रयास करेगी।
नए पाठ्यक्रम लागू करने से पहले मांगे जायेंगे सुझाव
उन्होंने बताया कि राज्य के उच्च शिक्षा विभाग में इसी शैक्षणिक सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय समिति द्वारा तैयार विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों के ढ़ांचे को शीघ्र अंतिम रूप देकर लागू कर दिया जायेगा, इससे पूर्व निजी विश्वविद्यालयों के संचालकों एवं कुलपतियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जायेगा ताकि नये पाठ्यक्रम लागू करने में उनके सुझावों को भी शामिल किया जा सके।