पटना: देशभर में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध दिन-ब-दिन उग्र रूप लेता जा रहा है। जिसका सबसे ज्यादा असर बिहार राज्य में देखने को मिला है यहाँ के छात्रों में अग्निपथ योजना को लेकर काफी आक्रोश है। छात्र सड़कों में उतरकर पत्थरबाजी और और ट्रेन जलाने जैसी घटनाओ को अंजाम दे रहे हैं। गुस्सा इस कदर हावी है कि प्रधानमंत्री मोदी के रोड सो के दौरान युवा रोड में उतरकर अग्निपथ योजना का विरोध करने के लिए धर्मशाला जाने की जिद कर रहे है।जिन्हें पुलिस ने रोका गया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार ,बिहार में आज सुबह से युवा सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं गुरुवार को जहानाबाद, बक्सर और नवादा में विरोध में चलती ट्रेन को रोका गया । अगर बात करें बिहार के छपरा और मुंगेर जिले में सड़कों में जमकर प्रदर्शन हो रहा है। वहीं कैमूर में 1 पैसेंजर ट्रेन को जबकि छपरा जंक्शन में 12 गाड़ियों में तोड़फोड़ कर 3 ट्रेन को प्रदर्शनकारियों ने आग लगा दी। इतना ही नहीं विरोध इतना भयंकर है कि इन उपद्रवी छात्रों ने नवादा में बीजेपी ऑफिस पर हमला बोल दिया।
बिहार बना विरोध प्रदर्शन का केंद्र
अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से बिहार विरोध प्रदर्शन का केंद्र बन चुका है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हम सेना में भर्ती होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। फिर इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? देश की सुरक्षा के लिए मात्र तीन साल की ट्रेनिंग किस लिहाज से सही है? केंद्र सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए।
पीएम मोदी के रोड शो के दौरान, सड़कों में उतरे छात्र
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल के धर्माशाला में रोड़ शो कर रहे हैं। इसी दौरान युवा सड़कों पर उतरकर अग्निपथ योजना का विरोध करने लगे , पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को धर्मशाला जाने से रोका गया है। वहीं, हरियाणा के गुरुग्राम में छात्रों ने अग्निपथ योजना के विरोध में दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम कर दिया है।