सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती महिला की मौत, पति ने अस्पताल प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती हुईं महिला की मौत। महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का लगाया आरोप।जबकि डॉक्टरों ने महिला की मौत की वजह हार्ट अटैक बताया है।

प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की कई कहानियां आय दिन हम सुनते रहे हैं। लेकिन एक ताजा तरीन मामला हरिद्वार जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के निरंजनी अखाड़ा रोड का है। जहाँ जगत सिंह रावत नामक व्यक्ति ने अपनी गर्भवती पत्नी हंसु रावत को प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था।

क्या है पूरा मामला

सोमवार शाम रात 8 बजे जगत सिंह रावत अपनी पत्नी लेकर सरकारी अस्पताल पहुँचे। जहाँ डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए भर्ती कराया। महिला का चेकअप करने के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने उन्हें डिलीवरी का टाइम 10 बजे बताया था। जब बताए गए समय पर उनकी पत्नी की डिलीवरी नही हुई तो जगत सिंह रावत ने डॉक्टरों से पत्नी को रेफर करने को बोला। जिसपर डॉक्टरों ने रेफर करने से मना कर दिया। और उन्हें डिलीवरी के लिए सुबह 5 बजे तक रुकने को कहा

डॉक्टरों ने नही दिया संतोषजनक उत्तर

लेकिन जब सुबह 5 बजे तक भी महिला की डिलीवरी नही हुई। तो महिला के पति ने डॉक्टरों से प्रसव न होने का कारण पूछा। जिसका अस्पताल प्रशासन व डॉक्टरों द्वारा संतोषजनक उत्तर नही मिला।

26 मई को सुबह 6 बजे जगत अपने परिजनों के साथ अस्पताल पहुँचा तो उसके होश उड़ गए। उसकी पत्नी जमीन में मृत अवस्था मे पड़ी थी। जब परिजनों ने डॉक्टरों से पूछा तो उनका कहना था कि प्रसव से पहले ही महिला की हार्ट अटैक से मौत हो गयी।

अस्पताल प्रशासन व डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप

पीड़ित जगत सिंह रावत ने अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों पर आरोप लगते हुए कहा कि मेरी पत्नी की मौत अस्पताल और डॉक्टरों की लापरवाही से हुई है। यदि मेरी पत्नी के प्रसव में कोई दिक्कत थी तो डॉक्टरों ने मुझे उस बारे में कुछ क्यो नही बताया।

अस्पताल और डॉक्टरों की लापरवाही से हुई मौत

यदि प्रसव का टाइम 10 बजे था। तो वो कौन से कारण थे जिनको देखते हुए डॉक्टरों ने मुझे सुबह 5 बजे तक इंतजार को कहा। और मेरे बार -बार पूछने पर डॉक्टर और स्टाफ मुझे यही बोल रहे थे कि आपकी पत्नी की नार्मल डिलीवरी होगी। लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से मैंने अपनी पत्नी और होने वाले बच्चे को खो दिया।

अचानक मेरी पत्नी की कैसे हुई मौत

जगत सिंह रावत ने बताया कि पत्नी की मौत से पहले बार-बार डॉक्टरों द्वारा मुझसे यही कहा गया कि आपका बच्चा और पत्नी बिल्कुल ठीक हैं। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि मेरी पत्नी की मौत हो गयी। अगर उसकी स्थित में सुधार नही था या उसे कोई और दिक्कत थी, तो डॉक्टर ने मुझे पत्नी को रेफर करने की परमिशन क्यो नही दी। और मेरी पत्नी की ज्यादा तबियत खराब होने पर भी डॉक्टरों ने मुझे सूचित क्यो नही किया? आखिर ये बाते छुपाने के पीछे अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों की क्या मंशा थी?

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