देहरादून : उत्तराखंड की दिव्य चारधाम यात्रा इस वर्ष नई ऊँचाइयों को छू रही है। आस्था से ओतप्रोत श्रद्धालुओं का जनसैलाब बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की ओर उमड़ पड़ा है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी दी कि इस पावन यात्रा के लिए अब तक लगभग 33 लाख श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं, जो राज्य की धार्मिक पर्यटन व्यवस्था में एक नया रिकॉर्ड है।
आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 2 लाख श्रद्धालु यमुनोत्री, 2 लाख गंगोत्री, 5 लाख केदारनाथ, और 3 लाख श्रद्धालु बद्रीनाथ के दर्शन कर चुके हैं। इसके साथ ही 4 हज़ार से अधिक श्रद्धालु हेमकुण्ड साहिब भी पहुंच चुके हैं। इन पाँचों पवित्र स्थलों का दर्शन कर चुके यात्रियों की संख्या 14 लाख से अधिक हो चुकी है।
राज्य सरकार की ओर से यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। स्वास्थ्य, ट्रैफिक, ठहराव और आपातकालीन सेवाओं को सुदृढ़ किया गया है। वहीं, कोविड-19 के संभावित मामलों को लेकर पर्यटन मंत्री ने आश्वासन दिया कि “राज्य सरकार द्वारा जारी की जाने वाली सभी गाइडलाइनों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।”
चारधाम यात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक पहचान का भी एक अहम हिस्सा बन चुकी है। इस बार की यात्रा में जिस तरह श्रद्धालुओं का उत्साह देखा जा रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि उत्तराखंड की यह आध्यात्मिक यात्रा विश्वभर के भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।