केदारनाथ के अस्तित्व पर संकट: कांग्रेस की प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का दूसरा चरण समाप्त, करन माहरा ने सरकार पर साधा निशाना”

 

देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस की ‘केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा’ का दूसरा चरण शुक्रवार को समाप्त हो गया, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में कांग्रेस जनों ने केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना और भैरव मंदिर में न्याय की अर्जी लगाई। करन माहरा ने यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।

माहरा ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर अनियंत्रित निर्माण कार्यों से लेकर प्रशासनिक लापरवाही तक, कई समस्याएं देखने को मिलीं। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए जरूरी सुविधाएं, जैसे ऑक्सीजन पार्लर और मेडिकल सेवाएं, नदारद रहीं, जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। गौरीकुंड मार्ग पर भी हालात चिंताजनक थे।

माहरा ने खासतौर पर केदारनाथ में हो रहे बहुमंजिला निर्माण कार्यों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे केदारनाथ का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों से न केवल धार्मिक स्थलों का पवित्रीकरण प्रभावित हो रहा है, बल्कि वहां के व्यवसाय और स्थानीय आजीविका भी खतरे में हैं।

करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस लड़ाई को जारी रखेगी, खासकर केदारनाथ में सोने की परत के मामले और बुराड़ी में मंदिर निर्माण रोकने जैसे मुद्दों पर। कांग्रेस ने बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) पर भी क्यूआर कोड से जुटाए गए चंदे को लेकर सवाल उठाए और उच्च स्तरीय जांच की मांग की।

कांग्रेस का कहना है कि केदारनाथ का धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है, और इसके लिए वह सरकार की अनदेखी के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी।

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