TMP: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार ने अपने तीन वर्षों का कार्यकाल पूरे होने पर राज्यभर में “सेवा, सुशासन और विकास” थीम पर विशेष बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन किया। इन शिविरों का उद्देश्य रहा—सरकारी योजनाओं को अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना और जन सहभागिता के साथ पारदर्शी प्रशासन को मजबूत करना।
इन शिविरों में हजारों लोगों को न केवल विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला, बल्कि उन लाभार्थियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने सरकारी योजनाओं से अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाया।
किसानों को टेक्नोलॉजी का तोहफा
चंपावत में कृषि विभाग द्वारा गोल्ज्यू किसान उत्पादक संघ को 75% अनुदान पर ड्रोन वितरित किया गया, जो स्मार्ट खेती की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। साथ ही झालाकुड़ी के जय भूमियाल देवता स्वयं सहायता समूह को तीन पावर वीडर और तीन आटा चक्की सब्सिडी पर दी गईं।
वित्तीय सहायता से स्वावलंबन की ओर कदम
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नंदा गौरा योजना के तहत पाँच लाभार्थियों को ₹50,000 के चेक दिए गए।
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अटल आवास योजना में लोहाघाट के 10 और बाराकोट के 4 लाभार्थियों को ₹60,000 के चेक वितरित हुए।
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हरिद्वार में 11 शिविरों के माध्यम से 21,000 से अधिक लोगों को योजनाओं का लाभ मिला।
यूसीसी पंजीकरण और रोजगार के अवसर
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उधमसिंह नगर में समान नागरिक संहिता (UCC) के तहत 23 पंजीकरण हुए।
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हल्द्वानी में रोजगार मेले के तहत 128 युवाओं को निजी कंपनियों में नौकरी दिलाई गई।
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प्रदेश में 236 दिव्यांग प्रमाणपत्र बनाए गए और 300 दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण वितरित किए गए।
महिला सशक्तिकरण को मिली मजबूती
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टिहरी जिले में महिला स्वयं सहायता समूहों ने ₹4.34 लाख की बिक्री की।
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उत्तरकाशी में 92 और पौड़ी में 10 महिला समूहों को कुल ₹15 लाख की सहायता दी गई।
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सहकारी समितियों द्वारा 7 लाभार्थियों को ₹9.40 लाख का ऋण भी वितरित किया गया।
मुख्यमंत्री का संकल्प: “अंतिम पंक्ति तक पहुंचे विकास”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि,“हमारी सरकार अंतोदय के मूलमंत्र के साथ काम कर रही है। जन संवाद को प्राथमिकता दी जा रही है और दूरदराज़ के क्षेत्रों में विशेष शिविरों के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे।”