उत्तर भारत में मौसम का कहर: आंधी-बारिश से 20 से ज्यादा मौतें, उड़ानें प्रभावित

Photo: Business Standard

 

 

TMP: बुधवार शाम उत्तर भारत का मौसम अचानक बुरी तरह से बिगड़ गया। दिनभर की तेज धूप के बाद शाम को आई तेज हवाओं, बारिश और ओलावृष्टि ने कई राज्यों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, मध्य प्रदेश और राजस्थान में जहां बारिश ने गर्मी से राहत दी, वहीं ओलावृष्टि और आंधी ने तबाही मचा दी।

तेज हवाओं और गिरते पेड़ों के कारण दिल्ली समेत कई इलाकों में सड़कें जाम हो गईं और बिजली के तार टूटने से अंधेरा छा गया। वजीराबाद रोड पर पेड़ गिरने से एक बाइक सवार की मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा नुकसान:
राज्य में आकाशीय बिजली, मकान ढहने और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है। लखीमपुर, अलीगढ़, सोनभद्र, सहारनपुर, मेरठ, बागपत और बिजनौर से मौतों की खबरें सामने आई हैं।

हिमाचल और उत्तराखंड में पहाड़ी आफत:
हिमाचल प्रदेश में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई जगह आलू और गोभी की फसलें बह गईं। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक वाहन उफनते गदेरे में बह गया, हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बचा लिए गए। पहाड़ी मार्गों पर बोल्डर गिरने और संचार सेवाओं में रुकावट से स्थिति और कठिन हो गई है।

पंजाब और दिल्ली में भी तबाही:
पंजाब के कई जिलों में शाम होते ही तेज आंधी, बारिश और ओले गिरे। जालंधर, लुधियाना, रूपनगर और होशियारपुर जैसे शहरों में पेड़ गिरने से यातायात बाधित हुआ। दिल्ली में भी आंधी-बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।

हवाई सेवाएं भी प्रभावित:
तेज आंधी और खराब मौसम का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 11 उड़ानों को जयपुर डाइवर्ट किया गया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।

मौसम विभाग की चेतावनी:
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि उत्तर भारत में 27 मई तक ऐसी ही स्थिति बनी रह सकती है। खासकर बुंदेलखंड क्षेत्र में शुक्रवार से राहत मिलने की संभावना जताई गई है।

📌 सावधानी बरतें:
आगामी दिनों में मौसम की अनिश्चितता को देखते हुए आमजन से अपील है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

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