चंद्रयान-3 पहुंचा चाँद के करीब , विक्रम लैंडर की डिबूस्टिंग प्रक्रिया सफल

एजेंसी। चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को चंदा मामा के करीब ले जाने वाली डिबूस्टिंग प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

ISRO ने क्या कुछ कहा?

डिबूस्टिंग प्रक्रिया भारतीय समयानुसार 4 बजे की गई है और यह सफलतापूर्वक पूरी हो गई। साथ ही लैंडर मॉड्यूल की स्थिति सामान्य है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें लिखा,

”Chandrayaan-3 Mission: The Lander Module (LM) health is normal. LM successfully underwent a deboosting operation that reduced its orbit to 113 km x 157 km. The second deboosting operation is scheduled for August 20, 2023, around 0200 Hrs. IST”

https://twitter.com/isro/status/1692484515963588645?s=20

20 अगस्त को होगी दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया

दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया 20 अगस्त को देर रात दो बजे होगी और इस प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होने पर चंद्रयान-3 चंदा मामा की सतह के बेहद करीब पहुंच जाएगा।

“Chandrayaan-3 Mission The Lander Module (LM) health is normal. LM successfully underwent a deboosting operation that reduced its orbit to 113 km x 157 Km.The second deboosting operation is scheduled for August 20, 2023, around 0200 Hrs IST. #Chandrayaan_3 #ISRO #VikramLander”

कब हुई थी लॉन्चिंग

इससे पहले चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल और प्रणोदन मॉड्यूल गुरुवार को सफलतापूर्वक अलग हो गए थे। बता दें कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई को मिशन चंद्रयान की सफलतम लॉन्चिंग की गई थी।

चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर का नाम विक्रम साराभाई (1919-1971) के नाम पर रखा गया है, जिन्हें व्यापक रूप से भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।

 

 

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