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मां पूर्णागिरि मेला संपन्न, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए अब भी खुला रहेगा सेवा और दर्शन का द्वार – एक हफ्ते तक बढ़ी सुविधाएं”

 

 

चंपावत: उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन मां पूर्णागिरि मेले का सोमवार शाम विधिवत समापन हो गया, लेकिन श्रद्धालुओं के उत्साह और आस्था को देखते हुए प्रशासन ने मेला क्षेत्र की सुविधाएं एक सप्ताह तक और जारी रखने का निर्णय लिया है। अब 22 जून तक श्रद्धालु पूर्ववत दर्शन और सेवा का लाभ उठा सकेंगे।

लगभग तीन महीने तक चला यह विशाल धार्मिक आयोजन न सिर्फ शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हुआ, बल्कि प्रशासन, पुलिस, स्वयंसेवकों और मंदिर समिति की टीम वर्क का उत्कृष्ट उदाहरण भी बना।

समापन समारोह में जिलाधिकारी, पुलिस अधिकारी, मेला अधिकारी, मंदिर समिति से जुड़े प्रतिनिधियों और अन्य सहयोगियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर मां पूर्णागिरि धाम के विकास हेतु मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधाएं मिल सकें।

वर्षभर मेला संचालन पर विचार:

मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, मां पूर्णागिरि मेले को सालभर संचालित करने की योजना पर भी कार्य जारी है। इससे धार्मिक पर्यटन को भी नया प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

मंदिर समिति की भूमिका सराहनीय:

मंदिर समिति के आग्रह पर ही मेले की अवधि बढ़ाई गई। समिति अध्यक्ष किशन तिवारी ने प्रशासनिक तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि इस बार का मेला पूरी तरह शांतिपूर्वक और सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

आस्था, व्यवस्था और सेवा का संगम बना मां पूर्णागिरि मेला — अब भी श्रद्धालु इस पावन स्थल की यात्रा कर पुण्य लाभ ले सकते हैं।

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